Sahara Refund : क्या सुब्रत रॉय की निधन के बाद सरकारी खजाने में आएंगे 25,000 करोड़ रुपये? ये है कारण

Sahara Refund : सहारा ग्रुप के मालिक सुब्रत राय की मौत के बाद निवेशकों को अपने अटके हुए पैसों की बड़ी चिंता हो रही है। लेकिन SEBI ने सहारा ग्रुप से निवेशकों के 25,000 करोड़ रुपये वसूल लिए थे जो अभी भी SEBI के पास पड़े है। लेकिन सरकार अब इस राशि पर अपना शिकंजा कसना चाहती है। सरकार सोच रही है कि इस पैसे को सरकारी खजाने में कैसे ट्रांसफर किया जाए? दूसरी तरफ यह सवाल है कि SEBI के पास पड़े निवेशकों का 25,000 करोड़ रुपये क्या सुब्रत रॉय की मौत के बाद सरकारी खजाने में जाएंगे? आइये जानते है पूरा मामला…..

SEBI ने दिए 24,000 करोड़ रुपये

लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने SEBI के निर्देशों को जारी रखा और सहारा ग्रुप की दोनों सहायक कंपनियों को निवेशकों से ली गई रकम को 15 फीसदी ब्याज के साथ लौटाने को कहा है। इसके बाद सहारा ग्रुप को निवेशकों का 24,000 करोड़ रुपया SEBI के पास जमा करने के आदेश दिए है। लेकिन सहारा ग्रुप का कहना है कि 95% से ज्यादा निवेशकों का पैसा वह वापस कर चुका है। इसी बीच अब सरकार सेबी के पास पड़े 25,000 करोड़ अपने कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया में जोड़ने की तैयारी कर रही है।

11 सालों में निवेशकों को वापस मिले 138.07 करोड़

आपको बता दें SEBI की रिपोर्ट के अनुसार सहारा ग्रुप की दोनों प्रमुख सहायक कंपनियों ने निवेशकों के 11 साल में 138.07 करोड़ रुपये वापस किए है। इस प्रकार रीपेमेंट के लिए दोबारा से खोले गए खातों में राशि बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये हो गई है।

सहारा की दो कंपनियों के ज्यादातर बॉन्डधारकों ने इसको लेकर कोई दावा नहीं किया और कुल रकम पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में करीब सात लाख रुपये बढ़ गई। इसके अलावा सेबी-सहारा रीपेमेंट अकाउंट्स में इस दौरान बची हुई रकम 1087 करोड़ रुपये तक बढ़ गई। सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, सेबी को 31 मार्च, 2023 तक 53,687 खातों से जुड़े 19,650 एप्लीकेशन प्राप्त हुए। इनमें से 48,326 अकाउंट्स से जुड़े 17,526 आवेदनों के लिए 138.07 करोड़ रुपये की कुल रकम लौटाई गई, जिसमें 67.98 करोड़ रुपये की ब्याज की रकम भी शामिल है।

केंद्रीयकृत बैंकों में इतनी राशि जमा हुई

सहारा ग्रुप की बाकी बची दोनों कंपनियों द्वारा डी गई जानकारी के जरिये उनका किसी तरह का पता नहीं चला, इसलिए उन्हें बंद कर दिया गया। सेबी द्वारा दिए गए लास्ट अपडेट्स के बाद 31 मार्च 2022 तक 17,526 आवेदनों के तहत कुल 138 करोड़ रुपये राशि बताई गई थी। इसके अलावा सेबी ने कहा कि 31 मार्च 2023 तक केंद्रीयकृत बैंकों में जमा कुल राशि करीब 25,163 करोड़ रुपये है।