एक से ज्यादा PAN Card रखना पड़ सकता है भारी, जानें – Income Tax के नियम….

Pan Card : आज के समय में आधार कार्ड के अलावा वित्तीय लेनदेन के लिए आपके पास पैन कार्ड होना बेहद जरूरी है। अगर आप बैंक में बड़ी राशि का लेनदेन कर रहे हैं तो इसके लिए आपके पास पैन कार्ड (Pan Card) होना चाहिए। अगर आप एक आयकर दाता है तो भी आपके पास पैन कार्ड होना जरूरी है।

पैन कार्ड पर 10 अंकों का एक यूनिक अल्फान्यूमैरिक नंबर होता है और यह आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है, लेकिन कई लोग आज भी ऐसे हैं जिनके पास एक से ज्यादा पैन कार्ड है। चाहे फिर आपका पैसा पैन कार्ड खो गया हो या फिर लेकिन क्या आपके पास एक से ज्यादा पैन कार्ड हो सकते हैं? आइये जानते है पूरी बात….

किन लोगों के लिए जरूरी है पैन कार्ड?

देखा जाए तो भारत देश में रहने वाले हर नागरिक के पास पैन कार्ड होना जरूरी है। लेकिन आज भी कई सारे लोग ऐसे हैं जिनके पास अपना पैन कार्ड नहीं है। देखा जाए तो बैंक या फिर वित्तीय लेनदेन और अन्य फाइनेंशियल कामों के लिए पैन कार्ड (Pan Card) होना बहुत जरूरी है।

विशेष रूप से ऐसे व्यक्ति जिनकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये से ज्यादा है और वो इनकम टैक्स भरते है, उनके पास जरूर पैन कार्ड होना चाहिए। पैन कार्ड को ITR फ़ाइल करने के लिए भी जरूरी माना गया है। इस कार्ड के जरिए ही आयकार विभाग लोगों की फाइनेंशियल कंडीशन को ट्रैक भी करते हैं।

एक से ज्यादा पैन कार्ड होना सही है?

लेकिन क्या फाइनेंशियल कामों के लिए जरूरी और पहचान के रूम में इस्तेमाल होने वाला पैन कार्ड एक से ज्यादा हो सकते हैं? इसका जवाब हमेशा ‘ना’ ही होगा।आपको बता दे कानून के अनुसार एक व्यक्ति के पास एक ही पैन कार्ड हो सकता है।

अगर किसी के पास एक से ज्यादा पैन कार्ड है तो इसे गैरकानूनी माना जाता है।ऐसे व्यक्ति या संस्थान पर आयकर विभाग कानूनी कार्रवाई कर सकता है। अगर एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा पैन कार्ड (Pan Card) पाए जाते हैं तो उसे जेल या फिर जुर्माना या दोनों भी हो सकते हैं।

गुम होने या खराब होने पर क्या करें?

अगर आपका पैन कार्ड खराब हो गया है या फिर कहीं खो गया है तो ऐसी स्थिति में आपको आयकर विभाग से संपर्क करना चाहिए। अगर आपको आपका यूनिक पैन कार्ड नंबर पता है तो आप NSDL की वेबसाइट से नया या डुप्लीकेट पैन कार्ड (Pan Card) डाउनलोड कर सकते है। अगर आपका पैन कार्ड खो गया है तो आप नजदीकी पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं और फिर उसके बाद पैन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।