Post Office Scheme : केवल इतने दिनों के लिए करें निवेश, पैसा हो जाएगा डबल! जानें-

Post Office : आज के समय में कोई नौकरी करने वाला इंसान हो या फिर कोई बिजनेसमैन हर कोई अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहता है। हर कोई यही चाहता है कि बुढ़ापे में जाकर उसे पैसों की कोई परेशानी ना हो, इसलिए वह समय पर ही बचत करना शुरू कर देता है।

लेकिन कई लोग ऐसे भी है जो अपनी छोटी-छोटी बचत को कई तरह की योजनाओं में निवेश कर रहे है। इन योजनाओं में सरकार आपको अच्छा रिटर्न भी दे रही है। अगर आप भी ऐसी ही किसी योजना के बारे में सोच रहे है तो हम आपके लिए एक स्कीम लेकर आए है जिसमें निवेश करने पर आपको अच्छा और दोगुना मुनाफा होगा।

मिलता है 7.5% ब्याज

आपको बता दे कि Post Office द्वारा किसान विकास पत्र योजना (KVP) चलाई जा रही है जो देश के हर नागरिक के लिए बेहतर योजना है। इस योजना में कोई भी भारतीय नागरिक अपना खाता खोल सकता है और सिंगल या जॉइंट अकाउंट से खुलवा सकता है।

पोस्ट ऑफिस (Post Office) की किसान विकास पत्र योजना में न्यूनतम 1000 रुपए से खाता खोला जाता है और इस योजना में जमा राशि पर आपको 7.5% की दर से ब्याज मिलता है। पहले इस योजना में आपको 7% के हिसाब से ब्याज दिया जाता था लेकिन 1 जुलाई 2023 से इसकी दर बढ़कर 7.5% कर दी गई है।

115 महीने में होगा पैसा डबल

आपको बता दे कि पोस्ट ऑफिस (Post Office) की किसान विकास पत्र योजना (KVP) लोगों को इतनी अच्छी लग रही है कि इसमें निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दरअसल जिस तरह से निवेशकों की संख्या बढ़ रही है उसी प्रकार निवेश की गई रकम के डबल होने का टेन्योर भी कम होता जा रहा है।

पहले इस योजना में निवेश की गई राशि 123 महीने में फिर 120 महीने में डबल होती थी, लेकिन अब यह 115 महीने में ही डबल हो जाती है। Post Office द्वारा चलाई जा रही किसान विकास पत्र योजना में निवेश की गई राशि पर आपको कंपाउंड इंटरेस्ट दिया जाता है।

इस योजना में आप सिंगल या डबल अकाउंट खोल सकते हैं। अगर किसान विकास पत्र योजना में आप सिंगल अकाउंट खोलते हैं और आपने 5 लाख रुपए निवेश किए हैं तो 7.5% की ब्याज दर से 9 साल 7 महीने यानी 115 महीने में यह राशि 20 लख रुपए हो जाती है। इस योजना पर मिलने वाले ब्याज दर की हर 3 महीने में समीक्षा की जाती है।

KVP में खाता खुलवाना बेहद आसान

इसमें कोई भी भारतीय नागरिक अपना खाता खोल सकता है लेकिन 10 साल से कम उम्र के बच्चों का खाता उनके माता-पिता या अभिभावक के नाम पर खोला जाता है। बच्चे की उम्र 10 साल होने के बाद वह इसका मालिक खुद बन जाता है।