भारतीय लोग विदेश में जाकर शादियों में उड़ाते है अरबों रुपए, देख लीजिए आंकड़े…

Destination Wedding : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में 26 नवंबर को डेस्टिनेशन वेडिंग चिंता जाता है और लोगों से अपने देश में ही शादी करने की बात कही है। चुंकि लोग डेस्टिनेशन वेडिंग के चक्कर में विदेश में जाकर लाखों रुपए खर्च कर देते हैं लेकिन इस पैसे से भारत की अर्थव्यवस्था को फायदा हो सकता है। इसके बाद से ही डेस्टिनेशन वेडिंग चर्चा का विषय बन गया है।

भारत में हर साल लाखों शादियां होती है और अगर देखा जाए तो इस नवंबर से लेकर जून 2014 तक 38 लाख शादियां होने वाली है। एक अनुमान के अनुसार हिसाब लगाया गया है कि इन सभी शादियों में कुल मिलाकर पौने चार लाख करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। लेकिन क्या आपको पता है कि डेस्टिनेशन वेडिंग के नाम पर भारतीय विदेशों में जाकर कितना पैसा बहा देते है?

लेकिन भारतीय लोगों की डेस्टिनेशन वेडिंग को लेकर कोई सर्वे नहीं किया गया है। इसलिए इसके सही खर्चे के बारे में बता पाना मुश्किल है लेकिन कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स का अनुमान है कि हर साल लगभग 5 हजार डेस्टिनेशन शादियां विदेशों में होती हैं। इनमे करीब 5000 करोड़ रुपया खर्च होता है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने डेस्टिनेशन वेडिंग बुलेट एजेंसी चिंता जताई है, अगर उस पर ठीक से अमल किया जाए तो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि भारत में अमीर लोगों का एक वर्ग डेस्टिनेशन वेडिंग कर रहा है और इससे विदेशों को व्यापार मिल रहा है। इसलिए अच्छा होगा कि पीएम मोदी की बात को सुनकर लोग भारत में ही डेस्टिनेशन वेडिंग करें।

भारत में ये है डेस्टिनेशन वेडिंग

देखा जाए तो देश में अब कई सारी ऐसी जगह है और मैरिज हॉल बन चुके हैं जहां पर आप अपने हिसाब से डेस्टिनेशन वेडिंग की थीम अपना सकते हैं। लेकिन देश में कई जगहे ऐसी है जहाँ पर बड़ी मात्रा में डेस्टिनेशन वेडिंग होती है। इनमें मुख्य रूप से गोवा, महाराष्ट्र में लोनावाला, महाबलेश्वर, मुंबई, शिरडी, नासिक, नागपुर, गुजरात में द्वारिका, अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, मध्य प्रदेश में ओरछा, ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल, इंदौर, राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, उत्तर प्रदेश में मथुरा, वृंदावन, आगरा, वाराणसी, कानपुर, दक्षिण भारत में चेन्नई, यादगिरी हिल, ऊटी, बंगलौर, हैदराबाद, तिरूपति, कोचीन, त्रिची, कोयंबतूर, पॉण्डिचेरी सहित दिल्ली एनसीआर में दिल्ली, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, गुड़गांव, मानेसर, बहादुरगढ़, फरीदाबाद तथा पंजाब-हरियाणा में चंडीगढ़, मोहाली, अमृतसर तथा जम्मू शामिल है।

बजट के हिसाब से होती है सभी शादियाँ

इन सभी जगह पर कम बजट से लेकर बड़े बजट तक की सभी डेस्टिनेशन वेडिंग हो सकती है। यहां शादी के लिए आम से लेकर खास सभी तरह के इंतजाम किए जा सकते है। ऐसे में देश में कई कंपनियां मौजूद है जो ये सारी व्यवस्था करती है। देश हो चाहे विदेश सभी जगह ये कंपनियां ही डेस्टिनेशन वेडिंग का जिम्मा संभालती है।

अगर देश में हर साल डेस्टिनेशन वेडिंग हो तो एक नया मुकाम बन जायेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। इसके साथ ही देश के लोगों को रोजगार में मिलेगा। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी की चिंता जायज है।