भारत से श्रीलंका जाना होगा और आसान- शुरू हुई फेरी सर्विस, महज 3 घंटे में पूरा होगा सफर….

Ferry Service Started Between India And Sri Lanka : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अब एक नई घोषणा करते हुए बताया है कि तमिलनाडु और श्रीलंका के बीच अब फेरी सर्विस शुरू हो चुकी है। ये फेरी तमिलनाडु के नागापट्टिनम से श्रीलंका के कांकेसंथुरई (जाफना के पास) के बीच चलेगी।

इस फेरी सर्विस के दौरान एक साथ 150 लोग सफर कर सकेंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस सर्विस को शुरू करते हुए इसे बहुत ही फायदेमंद बताया है। विदेश मंत्री ने बताया कि इस सर्विस के साथ ही भारत का फोकस कनेक्टिविटी, को-ऑपरेशन और कांटेक्ट पर आधारित होगा। फेरी सर्विस हमारी पड़ोसी फर्स्ट योजना का हिस्सा है।

इसके अलावा हम भविष्य में पाइपलाइन, ग्रिड कनेक्शन और इकोनामिक कॉरिडोर बनाने का प्लान भी कर रहे हैं। इस सर्विस का शुरू होना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंकाई पीएम रानिल विक्रमसिंघे की सकारात्मक कोशिशों का ही परिणाम है।

इसके साथ ही भारत ने बताया है कि श्रीलंका में रहने वाले तमिल समुदाय के लोगों का पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा ताकि वे सम्मानजनक जिंदगी जी सके। साल 2023 के जुलाई महीने में ही दोनों देशों के नेताओं ने इस पर सहमति जताई थी।

उसके अलावा जानकारी मिली है कि भारत से फेरी सर्विस का संचालन शिपिंग कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा किया जा रहा है। तमिलनाडु के नागापट्टिनम से श्रीलंका के कांकेसंथुरई के बीच की दूरी 60 नॉटिकल मील (110 किमी) है।

सामुद्रिक परिस्थितियों के हिसाब से फेरी यह दूरी करीब साढ़े तीन घंटे में तय कर लेगी। इस दौरान 150 यात्री एक साथ सफर कर सकते है। इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ही ऐसे पहले पीएम है जो भारत के तरफ से पहली बार जाफना पहुंचे हैं। इससे पहले कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री वहां नहीं गया है।

उनकी प्रतिबद्धता श्रीलंका में हाउसिंग प्रोजेक्ट्स, कल्चरल सेंटर्स और हॉस्पिटल्स में देखी जा सकती है। हमने क्षेत्र के सभी देशों के विकास के लिए सागर (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन) पॉलिसी बनाई है। इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी जानकारी दी है कि भारत का उद्देश्य जीवन को आसान बनाना है। इसलिए फेरी सर्विस की शुरुआत की गई है। हम हवाई मार्ग से भी ऐसा कर सकते है लेकिन एयर कनेक्टिविटी से पहले जरूरी है कि वीजा आसानी से मिले, ताकि पर्यटन बढ़े।