Property : क्या खेती की जमीन पर घर बना सकते है? जानिए- क्या कहता है कानून…

Property : वर्तमान समय में हमारे देश की जनसंख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं और बढ़ती आबादी के साथ ही रहने की जगह कम पड़ रही है। बढ़ती आबादी के कारण लोग संयुक्त परिवारों में से अलग हो रहे हैं और अपने लिए नए घर और मकान बना रहे हैं।

लेकिन जगह की कमी को देखते हुए अब लोग खेतों में मकान बनाना शुरू कर चुके हैं। देखा जाए तो आजकल शहरों में बढ़ती हुई भीड़ खेतों को खरीद कर उनकी जगह मकान बना रही है और खेत कम होते जा रहे है।

देश की लगातार बढ़ रही जनसंख्या छोटे-छोटे शहरों की तरफ बढ़ रही है और खेती लायक जमीन खरीदकर वहाँ घर बना रही है। अगर आप भी ऐसा ही सोच रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है और ऐसा करने से पहले आपको कानून के बारे में पता कर लेना चाहिए, नहीं तो आपका बना बनाया घर बाद में गिरना पड़ सकता है।

आइये जानते है क्या कहता है कानून

• कानून के अनुसार खेती योग्य भूमि जिस पर खेती की जाती है तो उस पर घर बनाने का हक किसी को नहीं है। पहले खरीददार को इस जमीन का कन्वर्जन कराना होता है फिर ही वह इस पर घर बना सकते है।
• कुछ राज्यों में नियम है कि अगर खेती योग्य भूमि पर घर बनाया जाता है तो इसके कन्वर्जन के लिए जमीन की कीमत के अलावा अन्य शुल्क लगता है।
• जमीन के कन्वर्जन के लिए जरूरी दस्तावेजो में मालिक का पहचान पत्र, फसलों का रिकॉर्ड, किरायादारी और मालिकाना हक के दस्तावेज जरूरी है।
• सेल डीड और म्यूटेशन डीड, गिफ्ट पार्टिशन डीड अगर भूमि तोहफे में मिली है तो फिर होना चाहिए। इतना ही नहीं इसके साथ ही म्यूनिसिपल काउंसिल या ग्राम पंचायत से NOC की भी आवश्यकता होती है।
• इसके अलावा आपसे लैंड यूटिलाइजेशन प्लान, सर्वे मैप, लैंड रेवेन्यू की रसीद भी मांगी जाती है। साथ ही जमीन पर कोई लोन बकाया नहीं होना चाहिए और ना ही कोई मुकदमा दर्ज होना चाहिए।