बिहार में जल्द होगी PMRU की शुरुआत, मनमाने कीमत पर दवा बेचने वालों पर होगी कार्यवाही-सरकार कर रही यह प्लानिंग

वर्तमान के समय में लोगों का जीवन अत्यंत ही तनावपूर्ण हो गया है। तनाव की वजह से लोगों की जीवनशैली काफी प्रभावित होती रहती है ।जिससे लगभग सभी व्यक्ति को किसी ना किसी तरह की बीमारी खुद में ग्रसित कर ही लेती है। और व्यक्ति दवाओं पर रहने के लिए मजबूर हो जाता है। हालांकि आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति को तो दवाओं का दाम और खर्चों से कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन मध्यम और निम्न वर्ग पर इसका बोझ काफी रहता है। दवाओं के दाम में भी हमेशा ही वृद्धि होती रहती है।

बिहार में पीएमआरयु के गठन को मिली मजूरी अक्सर देखा जाता है कि वास्तविक कीमत से भी ज्यादा पैसे लेकर दवाओं की खरीद बिक्री की जाती है । चुकी यह जीवन सुरक्षा के लिए जरूरी होता है तो इन्हें मनमानी कीमत पर खरीदना भी लोगों की मजबूरी होती जा रही है। लगातार इस संबंध में लंबे समय से मांग की जा रही थी कि दवाओं की इस तरह की खरीद बिक्री पर रोक लगाया जाए, परंतु ऐसा हो नहीं पाता था। किसी ठोस व सख्त नियम ना होने की वजह से इस क्षेत्र में कड़े फैसले अब तक नहीं लिया जा सके थे। लेकिन अब बिहार में दवाओं की मनमानी कीमत पर रोक लगाने की तैयारी की जा चुकी है। बिहार सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है। इसी संबंध में बिहार सरकार की बिहार स्वास्थ्य विभाग ने यहां पर मूल्य निगरानी संसाधन इकाई यानी प्राइस मॉनिटरिंग रिसोर्स यूनिट का गठन करने का फैसला दिया है।

बिहार से पहले 15 राज्यो में हो चुका है पी एम आर यु का गठन इस पीएमआरयू का कार्य होगा दवाओं के वास्तविक मूल्य के अनुसार दवाओं की बिक्री पर निगरानी करना। यह यूनिट देश में बिकने वाली सभी कंपनियों की दवाओं की बिक्री कीमत की मॉनिटरिंग करेगी। इससे उम्मीद की जा सकती है कि पीएमआरयू के गठन के बाद राज्य में दवाओं के अधिक कीमत पर बेचे जाने को नियंत्रित किया जा सकेगा। मूल्य निगरानी संसाधन इकाई का गठन बिहार से पहले अन्य 15 राज्यों में हो चुका है।

पी एम आर यु लगाएगा दवा के मनमाने कीमत की खरीद बिक्री पर रोक कुछ दिनों पूर्व ही स्वास्थ्य विभाग के सचिव की अध्यक्षता में एक मीटिंग इस संबंध में हुई थी। इस मीटिंग में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ ही दवा निर्माण करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि भी थे जो कि दवाओं की कीमत संबंधी जानकारी वक्त वक्त पीएमआरयु को भविष्य में देंगे। इस मीटिंग में पीएमआरयू के गठन को मंजूरी मिल गई है। और उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में बिहार में भी दवा की मनमानी कीमत पर खरीद बिक्री पर रोक लग सकेगी।