भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों के समय में किया फेर-बदल, यात्रा करने से पहले देख लें टाइम-टेबल

डेस्क : भारतीय रेलवे के द्वारा अक्टूबर महीने से कई रेलगाड़ियो के समय में बदलाव किया गया है। इससे पूर्व मध्‍य रेलवे में चलने वाली कई ट्रैनो के समय में भी फेर बदल हुए हैं। पटना के रास्ते चलने वाली कई गाड़ियों के समय में परिवर्तन हुआ है। हालांकि कोरोना काल से पूर्व नियमित रेल गाड़ियों को चलाने से संबंधित अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मालूम हो अभी स्पेशल ट्रेन ही चलती रहेंगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना से रांची तक जाने वाली 02365 जनशताब्दी जो कि अब बोकारो स्टील सिटी 11.30 बजे ना पहुँच कर 11.25 बजे पहुंचेगी। साथ ही पटना से एरनाकुलम एक्सप्रेस पटना जंक्शन से पहले के समय पर ही निकल कर आद्रा स्टेशन पर पांच मिनट पहले 21.40 बजे के बदले 21.35 बजे ही पहुंच जाएगी और 21.40 बजे वहां से निकलेगी।

जयनगर-पुरी एक्‍सप्रेस का समय में बदलाव पटना-एरनाकुलम एक्‍सप्रेस हिजोली, भद्रक स्टेशनों पर भी पहले की तरह ही समय से पहले पहुंचेगी। साथ ही, 08420 जयनगर-पुरी एक्सप्रेस हिजली स्टेशन पर 2 मिनट लेट से पहुंचेगी। 03288 राजेंद्र नगर दुर्ग एक्सप्रेस पुरुलिया, बाराभूम, बागडिही एवं झारसूगोड़ा इन स्टेशन पर 5 मिनट पूर्व ही पहुंचेगी। वहीं पटना बिलासपुर एक्सप्रेस अब टाटा, चक्रधरपुर, राजगांगपुर एवं झारसुगोड़ा स्टेशन पर 5 मिनट पहले पहुंचेगी।

सिवान जंक्‍शन पर भी ट्रेनों के समय में परिवर्तन पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा वाराणसी मंडल की भी कई सारे ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) अशोक कुमार ने कहा कि ट्रेन नंबर 01059 लोकमान्य तिलक-छपरा का परवर्तित समय सिवान जंक्शन 20:10, गाड़ी नंबर 03020 काठगोदाम-हावड़ा का सिवान 15:35, गाड़ी नंबर 03507 आसनसोल-गोरखपुर का सिवान 3:14, किया गया है।

हैदराबाद रक्सौल एक्सप्रेस चलेगी एलएचबी रैक से हैदराबाद-रक्सौल-हैदराबाद (07005/07006) वीकली स्पेशल ट्रेन को 18 नवंबर से एलएचबी कोच से चलाया जाएगा। ट्रेन सं. 07005 हैदराबाद-रक्सौल एक्सप्रेस हैदराबाद से 18 नवंबर से तथा गाड़ी नंबर 07006 रक्सौल-हैदराबाद एक्सप्रेस रक्सौल से 21 नवंबर से एलएचबी रेक से चलेगी। साथ ही एलएचबी रेक में 2 एसी का 1, 3 एसी 5, स्लीपर का 11, जनरल 2 एसएलआर 2 एवं वीपी का 1 कोच समेत कुल 22 कोच लगाए जाएंगे। मालूम हो कि पहले एलएचबी रैक में केवल स्लीपर के 12 कोच ही लगते थे।