बिहार की बेटी जब गिराएगी बम तो दुश्मन कहेगा अब बचके के कहाँ जाए हम

बिहार मुज़्ज़फरपुर : शिवांगी बनी नौसेना की पहली महिला पायलट जिन्होंने अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया 2 दिसंबर को। अब उनके घर वाले उन्हें शिवांगी नही बल्कि लैफ्टीनैंट शिवांगी बुलाते है। ऐसे में जब नौसेना दिवस आने को है तो इस बच्ची ने अपने आपको सेना के हवाले कर दिया, तो ऐसे में सेना के लिए इससे अच्छा तोहफा क्या हो सकता है, कि एक महिला की बतौर पायलट भर्ती हुई हो। इसी के साथ वह बन जाएगी नौसेना की पहली महिला पायलट। यह भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है कि नौसेना में बतौर लेफ्टिनेंट कोई महिला जॉइन कर रही है।

शिवांगी ने अपने बचपन की पढ़ाई मुज़्ज़फरपुर के डी. ए. वी पब्लिक स्कूल से पूरी करी है। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए बिहार की बिटिया ने चुना सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी को ओर ले लिया दाखिला बी-टेक में। इसके बाद वह इंडियन नवल अकादमी में चली गयी और वहां से उसकी रुचि पायलट बनने की हुई फिर तो उसने एक के बाद एक सारे अपने प्रशिक्षणों को ऐसे पूरा करा जैसे वह इनको बचपन से ही जानती हो।

ऐसा सुनने में आ रहा है की 2021 के बैच में सैकड़ों भारत की बेटियां भारत के लिए जान देने को तैयार रहेंगी, शिवांगी जैसी और भी लड़कियों को इससे प्रोत्साहन मिलेगा और वह इस कार्य प्रणाली का हिस्सा बनना चाहेंगी और अगर हर जगह महिलाएं कदम से कदम मिलाएगी तो हमारा भारत डिफेंस के क्षेत्र में काफी आगे हो जाएगा। आपको बता दे कि महिलाएं ग्राउंड स्टाफ सपोर्ट कॉम्बैट में तो हिस्सा लेती ही है पर लड़कियों की भरतीयों के बाद अब सेना में एक नया दौर दिखाई देगा।