बिहार में ऐसे सरकारी शिक्षकों पर गिरेगी गाज, विभाग ने मांगी जिलों से रिपोर्ट..जानिए- वजह

डेस्क: बिहार शिक्षा विभाग स्कूल में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने के मूड में आ गई है, क्योंकि हाल ही में जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, सूबे के 5,667 स्कूलों में शिक्षक अपने ड्यूटी पर से गायब देखें, अब ऐसे में राजस्व काफी घाटा लग रहा है, और बच्चे का भविष्य खराब हो रहा है, इन्ही सब को देखते हुए शिक्षा विभाग कार्रवाई करते हुए वेतन में कटौती करेगी, इसके लिए शिक्षा विभाग ने बच्चों के मूल्यांकन सर्वे में अनुपस्थित रहे शिक्षकों की रिपोर्ट जिलों से मांगी है।

केंद्र सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के 5,727 विद्यालयों को लिस्ट में शामिल किया गया था, अपरिहार्य कारणों से 60 विद्यालय को सर्वे में शामिल नहीं किया गया, शिक्षा विभाग द्वारा तैयार कराई गई जिलेवार रिपोर्ट में सर्वे से जुड़े स्कूलों के एक लाख 70 हजार 875 बच्चे शामिल हुए हैं, जिनकी मूल्यांकन रिपोर्ट अप्रैल में केंद्र सरकार की ओर से जारी की जाएगी।

इन जिलों के इतने शिक्षक गायब:

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेगूसराय में 4,923, अररिया में 4,965, अरवल में 3,357, औरंगाबाद में 4,526, बांका में 4,131, भागलपुर में 4,722, भोजपुर में 4,974, बक्सर में 4,839, दरभंगा में 4,820, गया में 4,899, गोपालगंज में 4,896, जमुई में 3,893, जहानाबाद में 4,016, कैमुर में 4,115, कटिहार में 4,372 और खगड़‍िया से 4,252 बच्‍चे शामिल हुए,

किशनगंज में 4,446, लखीसराय में 3,782, मधेपुरा में 3,688, मधुबनी में 5,086, मुंगेर में 4,149, मुजफ्फरपुर में 4,306, नालंदा में 5,378, नवादा में 3,838, पश्चिम चंपारण में 4,378, पूर्णिया में 4,590, पटना में 6,123, पूर्वी चंपारण में 4,378, रोहतास में 4,973, सहरसा में 4,306, समस्तीपुर में 4,603, सारण में 4,838, शेखपुरा में 3,468, शिवहर में 3,209, सीतामढ़ी में 5061, सिवान में 4,770, सुपौल में 4,456 और वैशाली में 4,352 बच्चे शामिल हुए