बिहार में एम्ब्रियो ट्रांसफर तकनीक (IVF) से पहली बछिया का हुआ जन्म, बड़ी होकर 30 लीटर तक देगी दूध

न्यूज डेस्क : बिहार राज्य का बेगूसराय जिला गौ पालन में काफी आगे निकल चुका है। राज्य भर में बेगूसराय में पहली बार ऐसी बछिया जन्म ली है। जो बड़ी होकर 25 से 30 लीटर दूध देगी । यह बछिया ब्राजील के गिर गाय नस्ल की है। यह क्रांतिकारी शुरुआत जिले के वीरपुर प्रखंड के जोकिया पंचायत से हुई है। बताते चलें कि बिहार भर में यह तकनीक पहली बार अपनाई गई है। इस तकनीक का नाम एंब्रियो ट्रांसफर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन के नाम से जाना जाता है। इसी तकनीक से बेगूसराय के जोकिया में बछिया का जन्म हुआ है। बछिया पूर्णतः स्वस्थ है। यह बछिया जब गाय बनेगी तो 25 से 30 लीटर तक दूध देगी ।

बिहार के बेगूसराय से हुई है इस तकनीक की शुरुआत : इस तकनीक की शुरुआत बेगूसराय जिले में पिछले साल से ही हुई थी। 27 सितंबर 2020 को बिहार में पहली बार मवेशियों के नस्ल संवर्धन एवं संरक्षण के लिए एम्ब्रियो ट्रांसफर इन विट्रो फर्टिलाइनेशन क्रांतिकारी पहल की शुरुआत हुई । बेगूसराय के जोकिया निवासी पशुपालक ललित सिंह के गाय में आईवीएफ तकनीक किया गया था । जिसके बाद साल 2021 में 3 जुलाई को गाय ने स्वस्थ बछिया को जन्म दिया ।

ऐसे होता है तकनीक का उपयोग : आईवीएफ तकनीक एम्ब्रियो ट्रांसफर तकनीक में प्रशिक्षित पशु चिकित्सक द्वारा अल्ट्रासाउंड – फॉलिकुलर स्टडी तकनीक का उपयोग कर गाय से अंडा निकाला जाता है। फिर अंडे को पटरी डिश में रखा जाता है। अगले दिन अंडे को सीमेन से निषेचित करवाया जाता है। निषेचित अंडे को इंकयुवेटर में सात दिन संरक्षित रखकर भ्रूण बनाया जाता है। उसके बाद जीवंत भ्रूण को गर्वाशय में ट्रांसफर किया जाता है। आने वाले समय मे यह तकनीक पशुपालकों के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगी ।