क्या इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं Chirag? भतीजे ने बढ़ाई पशुपति पारस की चिंता! समझे-पूरा खेल

डेस्क : अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। सभी पार्टियां अभी से इसकी तैयारी में जुट गई हैं। इसी कड़ी में जमुई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस, जो वर्तमान में हाजीपुर सीट से सांसद हैं, के बीच तीखी बहस शुरू हो गई है।

आपको बता दें कि लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान के निधन के बाद यह पार्टी दो दलों में बंट गई। एक तरफ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) हैं तो दूसरी तरफ एलजेपी राम विलास के नेता चिराग पासवान हैं। चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान भी अपना दावा ठोक रहे हैं। इस दवा ने चाचा पशुपति पारस की चिंता बढ़ा दी है।

दरअसल, जमुई लोकसभा क्षेत्र में चिराग पासवान ने कहा कि हाजीपुर उनके पिता की पारंपरिक सीट है। इस कारण उनका अधिकार है। हाजीपुर के लोगों से उनका पारिवारिक रिश्ता है। ऐसे में वे और उनकी पार्टी हाजीपुर से दूर नहीं रह सकते। उन्होंने अपनी मां रीना पासवान के हाजीपुर से चुनाव लड़ने की बात कही है। चिराग पासवान खुद जमुई से चुनाव लड़ेंगे।

हाजीपुर लोकसभा सीट से फिलहाल चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस सांसद हैं। 2019 के चुनाव में राम विलास पासवान ने उन्हें यह सीट ऑफर की थी। उनका कहना है कि वह राम विलास पासवान के हनुमान हैं और हाजीपुर की जनता से उनका गहरा जुड़ाव भी है। अपने भाई के साथ रहते हुए उन्होंने हाजीपुर के लोगों के बीच काफी समय बिताया है। इसलिए हम हर हाल में हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।

लेकिन चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस के सामने धर्मसंकट खड़ा कर दिया है। मां को आगे लाकर उन्होंने चाचा पर इमोशनल दबाव बढ़ा दी है। पारस के सामने बड़ी समस्या यह होगी कि क्या वह अपनी बड़ी भाभी के लिए यह सीट छोड़ेंगे या नहीं। राम विलास पासवान के कार्यकाल के दौरान दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध थे। अगर रीना पासवान चुनाव लड़ रही हैं तो उन्हें जिताना पूरे परिवार की जिम्मेदारी होगी।