सीमा की रक्षा करते शहीद हुआ बिहार का सपूत कैप्टन आशुतोष

डेस्क : जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए भारत का एक और जवान शहीद हो गया। यह जवान बिहार के मधेपुरा जिले का रहने वाला था इस जवान की तैनाती जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में थी जहां पर रात के वक्त कुछ आतंकियों ने घुसपैठ की लेकिन इस घुसपैठ को नाकाम करते हुए बीएसएफ के जवानों ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और इसी बीच आशुतोष के साथ 4 जवान और शहीद हो गए बात करें अगर आतंकवादियों की तो इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया। आशुतोष मधेपुरा जिला के घैलाढ़ प्रखंड का रहने वाला था।

इस खबर को सुनने के बाद उनके परिवार का रो रो कर बुरा हाल है और गाँव में मातम पसरा हुआ है। ऐसे में आशुतोष के घर पर लोगों का आना जाना लगा हुआ है और लोगों का एवं स्वजनों का कहना है कि उनको अपने पुत्र पर गर्व है। आशुतोष की शहीदी का दुख हम सबको है परंतु उन्होंने जिस जांबाज़ी के साथ लड़ते हुए 3 आतंकवादियों को मार गिराया उससे हम संतोष की स्थिति में है।आशुतोष के शहीद होने की खबर उनके पिता को सुबह 5:00 बजे फोन करके दी गई जिसमें बताया गया कि बीएसएफ के जवानों की टुकड़ी पाकिस्तान बॉर्डर पर पेट्रोलिंग कर रही थी ऐसे में पांच आतंकवादियों ने घुसपैठ की तो उसका सेना ने मिलकर मुंहतोड़ जवाब दिया जिसमें उनका बेटा शहीद हो गया।

बचपन से ही वह पढ़ने में तेज थे और हर एक से जल्दी घुलमिल जाते थे। अक्सर, गांव के लड़कों को कहते थे कि सेना में भर्ती होना अपने आप में एक प्रेरणा की बात है। गांव वालों का कहना है कि आजादी के समय से लेकर आज तक यहां से अनेकों स्वतंत्रता सेनानी पैदा हुए हैं और वीरगति को प्राप्त हुए हैं ऐसे में आतंकियों के साथ जिस तरीके से आशुतोष ने लोहा लिया है वह गर्व की बात है और उन्होंने अपने घर वालों के साथ साथ पूरे जिले का नाम रोशन किया है आपको बता दें फिलहाल आशुतोष का शव उनके घर पर नहीं पहुंचा है।