शिक्षाकर्मी के आश्रितों के अनुकंपा नियुक्ति को लेकर बिहार सरकार जल्द ले सकती है फैसला

डेस्क : 17 फरवरी से नियोजित शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रखा है इस बीच नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ी खबर आ रही है जिसमें शिक्षा मंत्री अनुकंपा नियुक्ति के लिए जल्द ही एक बड़ा फैसला ले सकती है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि लॉक डाउन बाद आश्रितों को अच्छी खबर मिलेगी। बिहार प्राथमिक शिक्षा संघर्ष समन्वय सीमित आवाह्न पर 17 फरवरी से किए गए अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान 60 से ऊपर नियोजित शिक्षकों ने दम तोड़ दिया है। इस स्थिति में शिक्षा मंत्री के द्वारा यह कहना कि लॉक डाउन के बाद शिक्षक अनुकंपा नियुक्ति का रास्ता निकल जाएगा नियोजित शिक्षकों के लिए यह बात संजीवनी की तरह काम कर रहा है।

नियोजित शिक्षकों को लॉक डाउन के बाद मिलेगी अच्छी खबर दरअसल : नियोजित शिक्षकों के लिए यह खबर एक संजीवनी से कम नहीं है क्योंकि इस खबर में बताया गया है कि शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के आश्रित परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी देने के लिए मंथन कर रहा है। शिक्षा विभाग के द्वारा कुछ साल पहले ही अनुकंपा नियुक्ति के सारे रास्ते बंद कर दिए गए थे। लेकिन बीते दिनों हड़ताल के दौरान करीब 60 से ऊपर नियोजित शिक्षकों की मौत हो गई थी इस स्थिति उबारने के लिए शिक्षा विभाग जल्द ही कोई रास्ता निकाल सकता है। बताया गया है एक परीनियम बनाने की तैयारी हो रही है जिसके माध्यम से मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा पर नियुक्ति दी जा सकती है। शिक्षक अनुकंपा नियुक्ति के हजारों मामले विभाग में लंबित है इससे उबरने के लिए जल्द ही रास्ता निकाल लिया जाएगा। अब बस लॉक डाउन से हटने की देरी है। शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा है कि शिक्षकों की अनुकंपा नियुक्ति के लिए ड्राफ्ट तैयार कर भेज दिया है इसी रिपोर्ट के आधार पर सरकार अंतिम निर्णय लेगी।

क्या है ड्राफ्ट : शिक्षा विभाग के द्वारा सरकार को भेजे गए ड्राफ्ट में यह अनुशंसा की गई है कि अगर मृतकों के परिजन टीईटी,एसटीइटी पास है तो शिक्षक पद पर अगर इसकी योग्यता नहीं है तो उन्हें विद्यालय सहायक लिपिक और विद्यालय अनुसेवक (चतुर्थ श्रेणी) पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। शिक्षकों की अनुकंपा के नियम पर संघीय सरकार 5 साल पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी है। अनुकंपा पर नौकरी पाने के लिए मृतक के आश्रितों को टीईटी, एसटीइटी पास होना जरूरी है और इसी वजह से यह नियुक्ति लंबित हुई है लेकिन अब बिहार सरकार ने अपने ड्राफ्ट में यह बदलाव किए हैं जो नियोजित शिक्षकों के लिए खुशी की खबर साबित हो रही है।