डेस्क : बिहार में पूर्णरूपेण शराब बंदी है, बिहार सरकार के मद्द निषेद कानून के तहत बीते कई सालों से सूबे में पीना और पिलाना दोनों हराम है, लेकिन फिर भी सूबे में पीने पिलाने बालों का बड़ा आंकड़ा सामने आता रहा है, हद तो तब हो जाती है जब कुछ मामले में वर्दीधारी भी इन शराब तस्करों को तफरी करने की छूट प्रदान किये देते हैं, बात दब गई तो ठीक नहीं दबी तो तस्कर को जेल भेज देते हैं या खुद सस्पेंड हो जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला सूबे में पश्चिम चंपारण के बगहा से प्रकाश में आया है जहां लॉक डाउन के बीच धंधेबाज को दरोगा बाबू थाने से छोड़ दिये, जिसके बाद जांच के दौरान आरोप की पुष्टि होने पर दारोगा बाबू निलंबित हो गए, बीते दिनों दो धंधेबाजों को थाने से छोड़ने के मामले में ठकराहा थ्रानाध्यक्ष सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। एसपी राजीव रंजन ने कहा कि आरोप की जांच एसडीपीओ ने की । जांच में थानाध्यक्ष की लापरवाही सामने आई। जिसके बाद इसके बाद यह कार्रवाई की गई है।