हाई कोर्ट के कड़े रुख के बाद बिहार सरकार ले सकती है बड़ा फैसला, सम्पूर्ण लॉकडाउन या अन्य विकल्प ..

न्यूज डेस्क : भारत में अप्रैल में तेज हुआ कोरोना संक्रमण पार्ट 2 मई में और भी तेज रफ्तार पकड़ लिया है। बिहार में कोरोना के रोकथाम के लिए तीन बार गाइडलाइन जारी करने के बाद फिर से सरकार बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है। बताते चलें कि राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने के बावजूद भी संक्रमण की रफ़्तार कम नहीं हो रही है। रोजाना 11-12 हजार से ज्यादा मामले राज्य भर से सामने आ रहे हैं। ऐसे में सबकी निगाहें लॉकडाउन के विकल्प पर टिकी हुई हैं।

हाई कोर्ट ने जताया एतराज आज फिर होगी सुनवाई सोमवार को बिहार में कोरोना संक्रमण के चलते बिगड़ते हालात पर पटना हाईकोर्ट के द्वारा पहले ही बिहार सरकार को फटकार लग चुका है। हाई कोर्ट ने कहा कि बिहार में व्यवस्था फेल्योर साबित हो रहा है। अदालत ने सरकार से मंगलवार को जवाब देने को कहा। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह और न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए मौखिक रूप से सरकार के सिस्टम को फ्लॉप बताया और महाधिवक्ता से कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार के पास कोई इंतजाम नहीं है, तो ऐसे में लॉकडाउन लगाने का फैसला क्यों नहीं लिया जा रहा है।

सीएम नीतीश पटना की सड़कों का लिए जायजा सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद पटना की सड़क पर निकल कर स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बिहार के दोनों डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव समेत बिहार सरकार के कई विभाग के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाई लेवल मीटिंग भी की ।

सम्पूर्ण लॉक डाउन के कयास तेज बहरहाल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभी गतिविधियों से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेने बाले हैं। ऐसे में सोशल मीडिया में यूजर्स के बीच संपूर्ण लॉक डाउन की चर्चा तेज हो गयी है। हालांकि अभी तक लॉक डाउन को लेकर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे में यह महत्वपूर्ण होगा कि आज मंगलवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होने बाली है। माना जा रहा है इसी बैठक में कई अहम निर्णय लिये जा सकते हैं। संक्रमण की रोकथाम के लिए कई नए आवश्यक निर्देश भी जारी होने की संभावना है। दूसरी तरफ डॉक्टरों के संगठन का कहना है कि अगर लॉक डाउन नहीं किया गया तो कोरोना के भयावह रूप को रोक पाना संभव नहीं होगा ।
ऐसे में बिहार सरकार लॉक डाउन पर क्या फैसला लेगी यह देखने बाली बात है।