पटना से काठमांडू और जनकपुर के बीच फिर से दौड़ती दिखेंगी बसें, 50 सीएनजी और 25 इलेक्ट्रिक बस तैयार

डेस्क : कोरोना काल के चलते अनेकों परिवहन सेवाएं ठप पड़ गई थी। ऐसे में दूसरे शहर में रह रहे लोग जिनका रोजाना आना जाना होता था, उनके कार्य में बाधा आई। कई ऐसी परिवाहन सेवा ही राज्य में चलती थी जिनके रुकने की वजह से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ और देश का आर्थिक चक्का जाम हो गया लेकिन अब वापस आर्थिक चक्का घूम गया है।

इसको लेकर बिहार की राजधानी पटना में 75 बसों की सेवा चालू की जा रही है जिसमें से 50 सीएनजी बस होने वाली है जो पटना से काठमांडू और जनकपुर जाएंगी। इस बस सेवा को कोरोना काल से पहले चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा था। लेकिन, कोरोनावायरस की महामारी के कारण है यह सेवा काफी समय से ठप पड़ी थी। इसके चलने से अनेकों यात्रियों को सुविधा मिलेगी और वापस लोग अपने परिजनों से मिल पाएंगे आपको बता दें कि नेपाल और बिहार का इलाका आपस में सटा है जिसकी वजह से लोग आसानी से अपने रिश्ते कायम कर लेते हैं।

जब लोग दुसरे देशों में रहते हैं तो रिश्ते निभाने में बड़ी बाधा आती है। उनको आने जाने के लिए एक देश से दूसरे देश जाना पड़ता है जिसके लिए यह बस सेवा बेहद ही अहम और आसान विकल्प है। दोबारा से इस बस के परिचालन से लोगों को काफी राहत मिलने वाली है आपको बता दें कि इन बसों को मोतिहारी से भूटान ले जाया जाएगा। इसके लिए 25 इलेक्ट्रिक बस भी तैयार की गई है जिन को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन भी तैयार किया गया है।

जब यह बस चार्ज हो जाती है तो आसानी से 6 घंटे चलती हैं जिसमें पटना के बाद बिहार शरीफ, भागलपुर, मुजफ्फरपुर में या इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन किया जाना है। यात्रियों की सुविधा के लिए सभी तरह की चीजें दी जाएंगी और जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा। यह जानकारी बिहार राज्य पथ परिवहन निगम प्रशासक श्याम किशोर ने दी है।