डेस्क : कोरोना वायरस ने एक समय पर यह दिखा दिया था की उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता। जिस तरह से कोरोनावायरस धरती पर मौजूद हर इंसान के नाक के जरिए फेफड़ों तक पहुंचा और अनेकों बीमारियां दी। उससे साइंटिस्ट और डॉक्टर काफी परेशान हो चुके थे। लेकिन, जैसे-जैसे समय बिता डॉक्टरों और साइंटिस्ट ने इस पर काम करना चालू किया और कोरोनावायरस का तोड़ बना दिया।
आपको बता दें कि कोरोनावायरस का तोड़ खुद कोरोना वायरस ही है जिस तरह से कोरोना वायरस वैक्सीन के जरिए लोगों में डाला जाएगा, उस तरह से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत खुद निकाल लेगी। इस वजह से भारत की सिरम इंस्टीट्यूट ने कविशील्ड और भारत बायोटेक ने कोवाक्सिन निकालकर सफल ड्राई रन परिक्षण किया।
साल 2021 में सब को यह लग रहा था कि कोरोना वैक्सीन जल्द ही लोगों को दी जाएगी और ऐसा हुआ भी मात्र 4 दिन के भीतर सभी बिहार के कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगनी चालू हो जाएगी। बिहार में 300 सेंटर तैयार किए गए हैं जहां पर कोरोना वैक्सीनेशन दिया जाएगा और आपको बता दें कि अगर किसी को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है तो कुछ हफ्तों के भीतर उसको दूसरा डोज़ देना अनिवार्य होगा।
भारत में काफी कम दाम पर कोरोना वैक्सीन उपलब्ध है। सभी सेंटरों का शुक्रवार को ट्रायल पूरा हो चुका है बीते गुरुवार को आईजीआईएमएस से राज्य स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों ने वैक्सीनेशन के कार्य पर हरी झंडी दे दी है। मेन गेट की एंट्री पर सभी सेंटरों के फूल और गुब्बारे से सजावट की जाएगी। अगर बात करें कि ग्रामीण स्तर पर क्या हाल है तो वहां पर पंचायत के प्रतिनिधि टीकाकरण हेतु लोगों को जागरूक करते नजर आएंगे क्योंकि वह एक प्रभावशाली भूमिका ग्रामीण इलाकों में निभाते हैं। बिहार में दो मेडिकल कॉलेज पूरी तरीके से तैयार है। जहां पर100 लोगों को टीकाकरण लगना चालू हो जाएगा। यह कार्य 16 जनवरी से हर जगह होता हुआ नजर आएगा।