बिहार में होने जा रही है “कलख” की शुरुआत, CM देंगे दस्तक- पक्षियों की जानकारी से बच्चों के मनोरंजन तक होगा सब कुछ

डेस्क : जब दूसरे देशों में मौसम अनुकूल नहीं रहता तब पक्षी वहां से उड़कर भारत के राज्यों की ओर चल पड़ते हैं। ऐसे ही अनेकों पक्षी बिहार में आकर रुकते हैं। हाल ही में पूरे देश में बर्ड फ्लू के कहर पर चर्चा हो रही है ऐसे में अनेकों पक्षियों की प्रजाति विलुप्त होती जा रही है। जिसके, चलते पक्षी जीवन संकट में है। लेकिन कुछ दिन पहले बिहार के भागलपुर जिले में एक छोटा कार्यक्रम किया गया था। जिसमें पक्षी उत्सव मनाया गया था लेकिन अब बड़े पैमाने पर पक्षी उत्सव मनाने की तैयारी बिहार सरकार कर रही है।

आपको बता दें कि यह पक्षी उत्सव 15 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक मनाया जाएगा और 16 जनवरी को नीतीश कुमार खुद इस पक्षी समारोह में शामिल होंगे। यह समारोह पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो जमुई से 30 किलोमीटर दूर स्थित एक बांध के करीब होगा बांध होने के कारण वहां पर अनेकों पक्षियों की प्रजातियां आकर रूकती है।

हर साल यहां पक्षी उत्सव देश के हर राज्य में मनाया जाता है 2019 में पक्षी उत्सव गुजरात में मनाया गया था। पक्षी उत्सव में जितने भी पक्षी बाहर से भारत की ओर आते हैं उन सब के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही बच्चों के लिए भी अनेकों व्यवस्थाएं की जा रही हैं इन व्यवस्थाओं में खेलकूद एवं अनेकों प्रतियोगिताएं होने वाली है। इस उत्सव का नाम कलख रखा गया है।

हाल ही में काफी खबरे आ रही है की पक्षी बीमार हो रहे है और इस बिमारी का कारण बर्ड फ्लू बताया जा रहा है। इस बात पर स्पष्टीकरण पाने के लिए सरकार ने संगठन तैयार किये हैं जो मरे हुए पक्षियों का सैंपल लेंगे और इनमें वह वायरस या ऐसा तत्व खोजने की कोशिश करेंगे जो इन बड़े स्तर पर चिड़ियों को मौत के घात उतार रही है। कई इलाकों में सफ़ेद कबूतर , कौए और अन्य मुर्गियां मृत पाई जा रही हैं। इस बात की चिंता भी पर्यावरण विभाग को है।