बिहार भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल की होगी जांच, चुनाव आयोग ने दिए सख्त आदेश

डेस्क : बीते चुनावी दिनों में जितनी भी पोस्ट बिहार भाजपा के फेसबुक पेज पर की गई है, उन सब की जांच चुनाव आयोग ने करने का आदेश दिया है। चुनाव आयोग की तरफ से यह आरोप लगाया गया है कि बिहार भाजपा ने बिना किसी इजाजत के और मीडिया के सर्टिफिकेट के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ अन्य प्रचार करने वाली सामग्री पोस्ट की है।

यह सारी पोस्ट 26 सितंबर से लेकर अक्टूबर महीने के बीच की है। इस तरह की जांच का आदेश निर्वाचन विभाग के संयुक्त सचिव कन्हैया प्रसाद ने दीया है। इसी के साथ सुबह के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से यह आग्रह किया गया है कि वह अपने क्षेत्र के अंदर जितनी भी पोस्ट की गई है उन सब की जांच करें और अगर इस संबंध में कोई भी आवश्यक कार्यवाही करने की जरूरत पड़ती है तो वह मुख्यालय को इसकी जानकारी दें। जो खबरें और भाषण भाजपा के द्वारा उनके फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया है उस पर भी निर्वाचन आयोग ने सख्ती दिखाई है। इस पेज पर कुछ ऐसे ही कई खबरें प्रकाशित करी हैं जिनमें कई असमानताएं हैं।

विपक्षी भी लगे हैं निगरानी पर सारी राजनीतिक दलों की सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ गई है और चुनाव आयोग द्वारा सोशल मीडिया के तंत्र पर नजर 26 सितंबर से टिकी है। कुछ भी ऊंच नीच पाए जाने पर मामला चुनाव आयोग तक जा रहा है। जैसे ही चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी वैसे ही प्रचार सामग्रियों को मीडिया सर्टिफिकेशन लेना अनिवार्य हो जाता है ऐसे में अगर किसी भी पार्टी की ओर से सोशल मीडिया का सर्टिफिकेट नहीं है या इसमें लापरवाही बरती जा रही है तो उस पर कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है।