बेगूसराय में STET अभ्यर्थियों ने क्यों लगाया बिहार सरकार पर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप

डेस्क : बिहार STET अभ्यर्थियों की एक बैठक मंगलवार को बेगूसराय जिले के सदर प्रखण्ड के अमरौर में हुई जिसमे अभ्यर्थियों ने कहा की जब 28 जनवरी 2020 को बिहार सरकार ने STET का परीक्षा लिया और पूरे बिहार में सिर्फ 4 केंद्र पर प्रश्नपत्र लेट पहुँचने का हवाला देते हुए फिर से उन केंद्रों पर एग्जाम लिया और जब रिजल्ट आने का समय हुआ तो एकाएक परीक्षा कैंसिल करते हुए पुनः परीक्षा के तारीखों का एलान कर दिया जब कि मामला पटना उच्च न्यायालय में है और न्यायालय ने 3 महीने तक उत्तरपुस्तिका को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया और फाइनल जजमेंट अभी नही दिया है।

बिहार सरकार STET अभ्यर्थियों के साथ कर रही खिलबाड़ STET अभ्यार्थी सौरभ कुमार सिप्पी ने कहा की बिहार सरकार लगातार खिलवाड़ कर रही है। एक ओर नौ वर्षों के बाद एसटेट की परीक्षा आयोजित की है। उसके बाद भी एसटेट परीक्षा सरकार राजनीतिक हथकंडा बना रही है। बिहार सरकार एसटेट अभ्यर्थियों के ठगने का काम कर रही है । तथा एसटेट अभ्यर्थी को ठगने के लिए बिहार सरकार ने पुनर्परीक्षा की तिथि घोषित की है। यह केवल सरकार की चुनावी रणनीति है अगर परीक्षा कैंसिल हुआ तो क्या कारण था और जिनसे गरबरी की उसपर सरकार ने क्या किया वही अभय कुमार ने कहा की बिहार सरकार ने पुनर्परीक्षा की तिथि घोषित करने के वावजूद परीक्षा का सिलेबस जारी नहीं किया।

यही हाल पिछले बार भी हुआ था । जिसके कारण बड़े तादाद में छात्रों ने ऊहापोह की स्थिति में परीक्षा दिया। दूसरी तरफ पूर्व की परीक्षा का रिजल्ट बिना किसी कारण के जारी नहीं किया गया और परीक्षा रद्द कर दिया गया । और फिर सितंबर में पुनर्परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई। जबकि मामला माननीय उच्च न्यायालय में लंबित है। विजय कुमार ने कहा की कोरोना संक्रमण की बढ़ती भयावहता के वावजूद सरकार किस स्थिति में परीक्षा सम्पन्न कराएगी, यह समझ से पड़े हैं। इसलिए सभी अभ्यर्थियों को सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा। सरकार चुनावी रोटी सेंकने के लिए अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसके लिए हमें एक जुट होकर आंदोलन करने जरूरत है।

STET अभ्यर्थियों की मांगे

  1. एसटेट परीक्षा से पहले सिलेबस जारी करो।
  2. कोरोना काल के परीक्षा होने से कोरोना संक्रमण बढ़ेगा। इसलिए कोरोना काल के उपरांत सम्पन्न हो एसटेट परीक्षा।
  3. बिहार सरकार एसटेट अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ करना बंद करो।
  4. जनवरी में संपन्न हुए एसटेट परीक्षा का रिजल्ट जारी करो। या परीक्षा रद्द करने का कारण स्पष्ट करो।
  5. बिहार सरकार 28 जनवरी से परीक्षा रद्द होने तक अभ्यथियों को गुमराह कर के रखा ।वर्तमान में जो परीक्षा होगी जिसमे धांधली न हो उसकी जिम्मेवारी तय होनी चाहिए।
  6. परीक्षा में रद्द का CBI जाँच कर अभिलम्व दोषी अधिकारियों पर करवाई हो।
  7. यदि परीक्षा होती है तो अभ्यर्थियों को जाने आने की व्यवस्था हो।
  8. इस महामारी में संक्रमित अभ्यथियों के लिए नोटिस जारी करो।

बैठक में मनीष कुमार,अभिषेक कुमार ,सत्यम कुमार स्वामी जी समेत कई छात्र कोरोना के चलते ऑनलाइन इस कार्यक्रम में जुड़े।