बिहार के 10 ऐसे मशहूर जगह है, जहाँ पर आपको जाना चाहिए

पूर्वी भारत में बसा बिहार दुनियाँ के सबसे पुराने स्थलों में से एक है। यहाँ का इतिहास 3,000 वर्षो से भी पुराना है। बिहार के टूरिस्ट स्थलों में ऐतिहासिक धरोहर, आस्था , और संस्कृति का हमेशा से मत्वपूण स्थान रहा है। यहाँ के रीति रिवाज़, परम्पराये , संस्कृति , पर्व और मेले हमेशा टूटिस्ट को लुभाते है। यहाँ के यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का महीना होता है। क्योकि इस समय यहाँ का मौसम काफी सुहावना होता है। बिहार में कई सारे टूरिस्ट स्थान है। जिसे देखने के लिए पूरी दुनियाँ से लोग भरी संख्या में आते हैं। यहाँ हर साल लगभग एक लाख टूरिस्ट घूमने आते है। लेकिन मैं इस लेख के माध्यम से बिहार के 10 सबसे महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्थल के बारे में बताने जा रहा हूँ।

1. जयमंगला गढ़ बेगूसराय : बिहार का प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है ,देश के 52 शक्तिपीठों में शुमार जयमंगला स्थान में मां के मंगलकारी रूप ‘माता जयमंगला’ की पूजा आदिकाल से होती आ रही है। यहां देवी सती का वाम स्कंध गिरा था।

यह स्थान बेगूसराय जिले के मंझौल प्रखंड में अवस्थित है। यहां रक्तिम बलि की प्रथा नहीं है। पूरे नवरात्र यहां सप्तशती का पाठ चलता है जिसकी पूर्णाहुति हवन से होती है।

2. महाबोधि मंदिर बोधगया :यह मंदिर गया जिला के बोधगया शहर में स्थित है। इस मंदिर में भगवान गौतम बुध का मंदिर स्थित है। इस महबोधी मंदिर की बनावट सम्राट अशोक द्वारा स्थापित स्तूप के समान है।

भगवान गौतम बुध को बौधि पेड़ के निचे तपस्या करने पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। तभी से यह स्थल बौद्ध धर्मो के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया। इस मंदिर को उसी स्थान पर बनाया गया है, जहाँ पर भगवन बुध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।

3. संजय गाँधी जैविक उद्यान पटना : जिसे चिड़ियाँ घर के नाम से भी जाना जाता है। यह चिड़ियाँ घर पटना शहर के बेली रोड के पास स्थित है। इस चिड़ियाँ घर में पार्क भी स्थित है।

जिसके बजह से लाखो लोग यहाँ पिकनिक मानाने आते है। साल 1973 में इस चिड़ियाँ घर को आप जनता के लिए खोला गया था। इस चिड़ियाँ घर में लगभग 800 जानवरो को रखा गया है। यह पार्क 152 एकर में फैला हुआ है। यहाँ हर साल 20 – 25 लाख टूरिस्ट घूमने आते है।

4. नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा :यह वोश्वविद्यालय नालंदा जिला के राजगीर शहर में स्थित है। नालंदा विश्वविद्यालय दुनियाँ के सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 4050 ई० में गुप्त वंश के शासक कुमार गुप्त ने किया था। यहाँ पढ़ने के लिए विदेशी क्षेत्र आते थे।

यहाँ पढ़ने वाले क्षात्र की संख्या लगभग 10,000 हुआ करते थे। इन 10,000 क्षात्रो को पढ़ने के लिए लगभग 2,000 शिक्षक शामिल थे। इसीलिए नालंदा विश्वविद्यालय भारत के लोगो को भी नहीं बलकि विदेशो के लोगो को भी पसंद आता है।

5: महावीर मंदिर पटना :यह मंदिर बिहार के पटना जंक्शन के बाहर उत्तर दिशा की ओर स्थित है। यह मंदिर उत्तर भारत के सबसे मशहूर मंदिरो में से एक है।

जिसे हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। महावीर मंदिर को साल 1730 में स्वामि पलानन्द ने स्थापित किया था। इस मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति के अलावा सभी देवी – देवियॉँ की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर में रोजाना हजारो की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते है। और अपनी मनोकामन है।

6 तख़्त श्री पटना साहिब गुरुद्वारा :-यह गुरुद्वारा पटना शहर के पटना साहिब में स्थित है। इनका पूरा नाम तख़्त श्री हरमंदिर जी है। यह गुरुद्वारा शिख आस्था से जुड़ा एक ऐतिहासिक स्थल है।

इन जगहों पर शिखो के 10 वे गुरु गोविन्द सिंह का जन्म स्थान है। गुरु गोविन्द सिंह का जन्म 26 दिसंबर 1666 को हुआ था। इनके बचपन का नाम गोविन्द राय था। इस गुरुद्वारा को महाराजा रंजीत सिंह के द्वारा बनवाया गया है। जो वस्तु कला का सुन्दर नमूना है।

7. पटना संग्रहालय /पटना म्यूजियम :यह म्यूजियम पटना शहर में स्थित है। इस म्यूजियम का निर्माण साल 1917 में अंग्रेज के शासन काल में हुआ था। अगर किसी को बिहार के बारे में जानकारी लेनी हो तो पटना म्यूजियम से अच्छा स्थान कोई और नहीं हो सकता।

यहाँ एक छत के निचे बिहार के पुरे विराशत की झलक देखने को मिल जायेगा। इन जगहों पर मुग़ल के बहुत सारे ऐतिहासिक डिज़ाइन मौजूद है। जो अपने आप में इतिहास है।

8. नौलख्खा प्लेस मधुबनी : यह प्लेस मधुबनी जिला के राजनगर शहर के कमला नदी के किनारे पर स्थित है। जिसे राजनगर कॉम्प्लेक्स के नाम से भी जाना जाता है। इस महल को दरभंगा के महाराजा रामेश्वर सिंह के द्वारा बनवाया गया था।

यह महल साल 1934 में भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसे दोबारा बनाकर तैयार किया गया है। यह महल तीनो तरफ बगीचे से घिरा हुआ है। यहाँ बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल है। जिसको घूमने के लिए टूरिस्ट यहाँ लाखो की संख्या में आते है।

9. बड़ी दरगाह बिहार शरीफ :यह दरगाह नालंदा जिला के बिहार शरीफ शहर में स्थित है। इस दरगाह में महान सूफी , हज़रत बख़दूम , शेख़ सफरुद्दीन , अहमद यहिया, मनेरी पीर बाबा की मज़ार शरीफ़ है

इनकी दरगाह पर सभी धर्मो के लोग अपनी – अपनी परियाद लेकर आते हैं। और सभी की मुरदे यहाँ पूरी होती है। यहाँ हर साल ईद के 5 वें दिन इनका सालाना उर्श बड़े हीं धूम -धाम से मनाया जाता है। इनकी दरगाह पर भारत से हीं नहीं विदेशो से भी लोग मन्नत माँगने आते है।

10. विश्व शांति स्तूप राजगीर :यह स्तूप नालंदा जिला के राजगीर शहर में स्थित है। यह विश्व शांति स्तूप इतिहास के एक मशहूर शांति स्तम्भ है। जिसे शांति शिवालय के नाम से भी जाना जाता है।

यह 400 मीटर की ऊँचाई पर राजगीर पहाड़ी के सबसे ऊँचे बिंदु पर स्थित है। यह शांति स्तूप राजगीर का सबसे मशहूर टूरिस्ट स्थल और आस्था का केंद्र है। यह सफ़ेद संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है। विश्व शांति स्तूप तक पहुँचाने के लिए रोपवी का सहारा ले सकते है। वैसे इसके ऊपर पहुंचने के लिए पैदल जाने का रास्ता भी उपलब्ध है।

11. गोलघर पटना :यह गोलघर बिहार की राजधानी पटना शहर के गाँधी मैदान के पश्चिम दिशा की ओर स्थित है। इस गोलघर को ब्रिटिश सरकार द्वारा अनाज रखने के लिए बनाया गया था।

इस गोलघर में 1,40,000 टन अनाज को एक बार में रखा जा सकता है। 145 सीढ़ियों के सहारे आप इसके ऊपरी स्थान पर जा सकते है। जहाँ से आप पटना शहर के साथ – साथ गंगा नदी का खूबसूरत नजारा भी देख सकते है।