बिहार पंचायत चुनाव में MP और राजस्थान की तरह हो सकता है यह प्रयोग!

डेस्क : अमित कुमार : बिहार में विधानसभा चुनाव होने के बाद से एक बार फिर से बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. बिहार में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर यह कहा जा रहा है कि इस बार बैलेट पेपर की जगह EVM से चुनाव कराने पर लगभग फैसला तय हो गया . वहीं अभी प्रदेश में कितने चरण में चुनाव होंगे इसको लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए हैं लेकिन बताया गया है कि मार्च से लेकर मई तक नौ चरणों में चुनाव कराने की बात कही जा रही है. मीडिया में चल रही खबरों के अऩुसार यह संभावना जताई जा रही है कि बिहार में इस साल दलगत आधारित चुनाव कराया जाने का भी बात बनते दिख रही जिससे पार्टि कि बुलंदिया भी बनती रहेगी.

अगर प्रदेश में पंचायत चुनाव दलगत होता है तो प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टीयां अपने सिंबल के आधार पर उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगी. जैसा कि हम लोकसभा और विधानसभा चुनाव में देखते आए हैं. हालांकि बिहार पंचायत चुनाव को लेकर इस तरह की अटकलें पहले भी लगाई जाती रही है. हालांकि अभी इस पर आखिरी निर्णय सीएम नीतीश कुमार को लेना है कि बिहार में किस तरह से चुनाव कराया जाए.

बताया जा रहा है कि राजस्थान और एमपी की ही तरह बिहार में भी बीजेपी पंचायत चुनाव कराने की तैयारी में है. आपको बता दें कि बिहार में इस बार बीजेपी दूसरी सबसे ब़ड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है. ऐसे में यह कहा जा रहा है कि बीजेपी बिहार में पंचायत चुनाव करा सकती है. हालांकि इन सभी चीजों पर अंतिम फैसला नीतीश कैबिनेट को लेना है. बताया तो यह भी जा रहा है कि जेपी नड्डा के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद से बीजेपी पीटीपी यानी कि पंचायत टू पार्लियामेंट फॉर्मूलें पर विचार कर रही है. इसी का नतीजा था कि हमने मध्यप्रदेश और राजस्थान में पार्टी स्तर पर चुनाव होते हुए देखा है.

बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर आयोग में सुगबुगाहट तेज हो गई है. राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर चुनाव की संभावित तारीखों को लेकर सुझाव मांगा है. इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने दो सप्ताह के अंदर ही सभी जरूरी जानकारियां देने की हिदायत दी है. बताया जा रहा है कि अगले साल मार्च से लेकर मई तक में बिहार में पंचायत चुनाव संपन्न होने की बात कही जा रही है.