नाव परिचालन ठप होने से सैकड़ों किसान एवं पशु के सामने भुखमरी उतपन्न होने की स्थिति

डेस्क : मंझौल ओपी क्षेत्र के पबड़ा गांव में लॉकडाउन के कारण बुढ़ी गंडक नदी में स्थानीय प्रशासन द्वारा पबरा घाट पर नाव का परिचालन ठप कर दिया गया है। फलतः सैकड़ों किसानों और मवेशियों का जीवन संकट में पर गया है। जिसको लेकर पबरा पंचायत की जनता में स्थानीय प्रशासन के प्रति आक्रोश भर रहा है। बताते चलें कि आदिकाल से पबड़ा पंचायत के सैकड़ों किसानों का बुढ़ी गंडक नदी के दक्षिणी तटबंध के तट पर वीरपुर प्रखंड के पानापुर मौजे में खेती-बाड़ी का कार्य किया जाता रहा है.साथ ही कृषि कार्य के कारण अधिकतर किसानों के द्वारा डेरा-डंडा बनाकर मवेशी पालन का कार्य भी नदी के उस पार ही किया जाता है। जिसके कारण खेती-बाड़ी के काम के साथ साथ मवेशियों के देखरेख हेतु दिन भर किसानों का एकमात्र नाव के सहारे इस पार से उस पार आना जाना लगा रहता है.परंतु लॉकडाउन के कारण नाव परिचालन ठप कर दिए जाने से किसानों की बेचैनी बढ़ गई है.

Manjhual-Pabra

जबकि मवेशी पालक किसानों को मवेशियों की देखभाल हेतु नदी में तैरकर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.किसानों ने बताया कृषि कार्य हेतु किसानों को लॉकडाउन की अवधि में भी सरकार द्वारा छूट दी गई है.बावजूद इसके स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा नाव परिचालन ठप कर दिए जाने से किसान अपनी जान जोखिम में डालकर नदी तैरकर कृषि कार्य सम्पादन हेतु मजबूर हैं.किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा नाविक से सिर्फ किसानों को ही नदी पार करने के लिए कहा गया. परंतु नाविक द्वारा ऐसा करने से मना कर दिए जाने के कारण 26 अप्रैल से नाव का परिचालन पूर्णतः ठप कर दिया गया है.

अपनी नाकामी छुपाने को लेकर प्रशासन किसानों के जिंदगी से कर रही खिलवाड़ : पीड़ित किसानों ने बताया लॉकडाउन अवधि के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में असफल पुलिस प्रशासन किसानों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने में लगी है.किसानों ने कहा कृषि कार्य के साथ साथ मवेशियों की देखभाल हेतु नदी पार करने वाले किसानों के बीच सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन को नदी किनारे पुलिस बल की तैनाती के साथ नाव की संख्या बढ़ानी चाहिए थी.परंतु स्थानीय प्रशासन अपने कर्त्तव्य से इतर नाव परिचालन ठप करके कृषि कार्य में बाधा उत्पन्न करने के साथ-साथ बेजुवान जानवरों को भी भुखों मरने के लिए मजबूर कर दिया है.फलत: मवेशी पालक किसानों को जान जोखिम में डालकर तैरते हुए नदी पार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

वहीं लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के सबब भुसा,अनाज, मवेशी भींग रहे है.जिसके फलस्वरूप किसानों के समक्ष रोजी-रोटी पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना प्रबल हो गई है। किसान प्रमोद सिंह, रौशन कुमार,किरण झा,प्रकाश भारती,रामशरण पंडित, राजो सिंह,फाउद्दार महतो,उमेश महतो,संजीव सिंह,बम बम कुमार,सुनील सिंह सहित दर्जनों किसानों ने संयुक्त हस्ताक्षर से अंचलाधिकारी को आवेदन देकर नाव परिचालन चालू करवाने की मांग की है.तथा उक्त आवेदन की प्रतिलिपि पशु एवं मत्सयपालन विभाग भारत सरकार,कृषि मंत्री बिहार सरकार, जिलापदाधिकारी बेगूसराय एवं एसडीएम मंझौल को देकर न्याय की गुहार लगाई है।