गंगा के आर-पार अब छह लेन की रफ्तार! एशिया का सबसे चौड़ा 6-लेन केबल पुल बनकर तैयार…

सुमन सौरब
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Six Lane Ganga Bridge in Bihar : बेगूसराय में गंगा नदी पर बन रहे एशिया का सबसे चौड़ा सिक्स लेन केबल पुल अब अंतिम चरण में है। बताया जा रहा है कि इस सिक्स लेन केबल पुल पर अगले सप्ताह से आवागमन शुरू हो जाएगा। हालांकि, मोकामा के पास स्थित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के एक हिस्से में अभी फिनिशिंग का कार्य चल रहा है, जिसे 31 मई तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है। इस वजह से फिलहाल लगभग 250 मीटर के हिस्से में केवल तीन लेन से ही आवागमन की अनुमति होगी।

1740 करोड़ की लागत, 8.15 किमी की लंबाई

आपको बता दे की यह पुल और उससे जुड़ा संपर्क पथ कुल 8.15 किमी लंबा है, जो 1740 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। इसमें मुख्य पुल की लंबाई 1.865 किमी है, जो बेगूसराय के सिमरिया को मोकामा के औंटा से जोड़ता है। ब्रिज पर 13-13 मीटर चौड़ी दोनों ओर तीन-तीन लेन की सड़क है, जबकि ब्रिज के दोनों ओर डेढ़ मीटर चौड़ा फुटपाथ है।

इसके अलावा:

  • 3 किमी का फोरलेन संपर्क पथ बनाया गया है।
  • 3.285 किमी का छह लेन संपर्क पथ भी तैयार किया गया है।

ओवरब्रिज, अंडरब्रिज और गोलंबर

  • 1 रेलवे ओवरब्रिज (ROB): छह लेन का, जिसका एक भाग अब भी निर्माणाधीन है।
  • 2 रेलवे अंडरब्रिज (RUB): औंटा क्षेत्र में दो स्थानों पर।
  • 6 वेकल अंडरब्रिज (VUB): आवागमन को निर्बाध बनाए रखने के लिए।
  • गोलंबर का निर्माण: पटना-मोकामा ग्रीनफील्ड फोरलेन और पुल के जोड़ाव स्थल पर गोलंबर बनाया गया है, जिससे पटना, मोकामा और बेगूसराय की ओर से आने-जाने वाले लोगों को टर्न लेने में सुविधा होगी।

यह सिक्स लेन गंगा ब्रिज चालू हो जाने से बेगूसराय और पटना के बीच की दूरी और यात्रा समय में काफी कमी आएगी। साथ ही राजेन्द्र सेतु पर बढ़ते दबाव को भी यह नया पुल काफी हद तक कम करेगा।

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सुमन सौरब thebegusarai.in वेबसाइट में मार्च 2020 से कार्यरत हैं। लगभग 5 साल से डिजिटल मीडिया में काम कर रहे हैं। बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने LNMU से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। अपने करियर में लगभग सभी विषयों (राजनीति, क्राइम, देश- विदेश, शिक्षा, ऑटो, बिजनेस, क्रिकेट, लाइफस्टाइल, मनोरंजन आदि) पर लेखन का अनुभव रखते हैं। thebegusarai.in पर सबसे पहले और सबसे सटीक खबरें प्रकाशित हों और सही तथ्यों के साथ पाठकों तक पहुंचें, इसी उद्देश्य के साथ सतत लेखन जारी है।