बिहार में हो रहे सैकड़ों बलात्कारों की खबर सुनकर मैं परेशान हो जाती हूँ क्यूंकि मैं एक नेता होने से पहले एक माँ हूँ और अपनी बच्चियों को तकलीफ में देखकर हर माँ का दिल पसीज जाता है। अभी तक मुज्जफरपुर के बालिका गृह काण्ड के आरोपियों को सजा नहीं मिली है, और वे जानना चाहती हैं की कोई नितीश कुमार से यह क्यों नहीं पूछता है की बलात्कार करने वालों को समय सीमा के भीतर ही सजा क्यों नहीं मिलती है ? इस घिनोने काम को सरकार ने कभी गंभीरता से नहीं लिया मुख्यमंत्री ऐसे आरोपों की निंदा बिलकुल भी नहीं करते हैं ।
हैदराबाद पुलिस एनकाउंटर की वे सराहना करती है, पर बिहार की सरकार तो बिलकुल ही थकी हुई बैठी है। ऐसे एनकाउंटर तो दूर कार्यवाही भी करवा पायेगी या नहीं एक बड़ा सवाल है ।
उसी और ज डी यु के नेता नीरज कुमार का कहना है की पुरुषों को मानसिकता बदलने की सख्त ज़रुरत है और माँ बाप को अपने बच्चों को ऐसे में शिक्षित करने की ज़रुरत भी ही। वे कहते हैं की ऐसी घटना से पूरा देश हिला हुआ है और यह घटना सबको झकझोर के रख देती है पर ऐसे में हमें कुछ सख्त कदम उठाने की भी आवश्यकता है ।अपराधियों की सज़ा सख्त से सख्त रेहनी चाहिए।
एक और विधायक बी जे पी से कहते हैं की यह बिलकुल उचित कार्यवाही करी गयी पुलिस के द्वारा हम इसका सम्मान करते हैं ।
पूर्व सांसद रंजीत रंजन का कहना है की मैं पुलिस वालो को सलूट करती हूँ की उन्होंने दुष्कर्मियों को भागने का मौका नहीं दिया और सही समय पर कार्यवाही करते हुए करारा जवाब दिया। उन्होंने तो यह भी कहा की रेपिस्टों के लिए कोई दया याचिका नहीं होनी चाहिए और बाकी गुनहगारों को भी सजा मिलनी चाहिए।आपको फिर से बता दे की पुलिस ने इन आरोपियों को उसी घटना स्थल पर बुलाया जहाँ उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था फिर सीन री-क्रिएट करने के लिए कहा उसी दौरान आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीन लिए और पत्थर मारने की कोशिश भी करी तो जवाबी कार्यवाही में चारो आरोपियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा ।