तेघड़ा विधानसभा में 50 साल लहराया था लाल झंडा, फिर भगवा और अब हरा,पढ़ें पूरी रिपोर्ट

तेघड़ा विधानसभा : बिहार में राजनीतिक गलियारों की आबोहवा को महसूस करने पर लगने लगा है कि चुनाव नजदीक आ गये हैं। ऐसे में द बेगूसराय की टीम ने भी आपको पूर्णतः अपडेट रखने की तैयारियां शुरू कर दी है। आज आपके लिए बेगूसराय के तेघड़ा विधानसभा की इतिहास , वर्तमान और आगामी समीकरण की पोटली लाएं हैं। इसमें जो कुछ भी है आप यकीन कीजिये निष्पक्ष है। बेगूसराय का तेघड़ा अनुमंडल मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय, नगर निकाय होने के साथ साथ विधानसभा क्षेत्र भी है। तेघड़ा विस क्षेत्र 2010 के पहले बरौनी विधानसभा क्षेत्र कहलाता था और यहाँ पर लगातार 50 वर्षों तक लाल झंडा यानि वामपंथी पार्टियों ने अपना कब्जा जमाए रखा।

विरेन्द्र कुमार - Posts | Facebook

राजद के खाते में है तेघड़ा विधानसभा सीट, वीरेंद्र महतो हैं वर्तमान विधायक

बिहार में विधानसभा चुनाव 2020 की डुगडुगी अभी बजने में काफी विलंब है। प्रदेश के सभी विधानसभा सीट को लेकर अभी से ही सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार अपनी दावेदारी तेज कर दिए हैं। तेघड़ा 2010 के पहले बरौनी विधानसभा क्षेत्र के रूप में यह जाना जाता था। इस सीट से भाकपा के काँमरेड चंद्रशेखर सिंह से लेकर राजेन्द्र सिंह तक का लगातार 50 वर्षों तक इस सीट पर कब्जा रहा।

वर्ष 2010 में भाजपा – जदयू गठबंधन के प्रत्याशी जब ललन कुंवर ने इस सीट के लाल झंडा के मिथक को तोड़ा , इसलिए यह भी संभावना बन रही है कि भाजपा पुनः इस सीट से अपना प्रबल दावेदारी कर सकता है। वैसे भाजपा टिकट से प्रबल दावेदारी पूर्व विधानसभा के प्रत्याशी रह चुके राम लखन सिंह, पूर्व विधायक ललन कुंवर, दोनों दावेदारी कर सकते हैं। भाजपा पिछले चुनाव में यहां से दूसरे स्थान पर रहा था। उधर महागठबंधन में यह सीट किस सहयोगी दल के खाते में जाएगी। इसे लेकर अभी कयास ही लगाए जा रहे हैं ।भाकपा पिछले चुनाव में अपना प्रत्याशी यहाँ से राम रतन सिंह को बनाया था और वो तीसरे स्थान पर रहे थे ।

वर्तमान में तेघड़ा सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार राजद प्रत्याशी के रूप में वीरेंद्र कुमार ने भाजपा के प्रत्याशी राम लखन सिंह को हराया था। वर्तमान में राजद के विधायक वीरेंद्र को 68 हजार 975 मत प्राप्त हुए थे और वह पहले स्थान पर रहे थे। वहीं भाजपा के प्रत्याशी राम लखन सिंह को 53 हजार 364 मत प्राप्त हुए थे और वो दूसरे स्थान पर रहे थे , तथा सीपीआई के उम्मीदवार राम रतन सिंह को 25 हज़ार 818 मत प्राप्त हुए थे और वो तीसरे स्थान पर रहे।

क्या है समीकरण 20-20 : यह क्षेत्र भूमिहार बाहुल्य क्षेत्र है ।यहां अल्पसंख्यक और दलित – महादलित मतदाता की भी अच्छी संख्या हैं। विश्वस्त सूत्र की मानें तो आगामी चुनाव में राजद और भाजपा में ही कॉन्टेस्ट होंगे। इस सीट पर भाजपा के तरफ से प्रदेश मंत्री रामलखन सिंह की दावेदारी तय मानी जा रही है। वहीं राजद विधायक के पार्टी के तरफ से पत्ता कटने की प्रबल सम्भावना है।