रेलवे ने कोरोना वायरस की वजह से स्टेशनों को बनाया कोरोना केयर सेंटर, जाने कैसी है इसकी व्यवस्था

डेस्क : कोरोना वायरस जैसी महामारी को खत्म करने के लिए सरकार अपनी प्रयास जारी रखी हुई हैं और यही वजह है कि लगभग 40 दिनों से पुरा देश लॉक डाउन के नियम का पालन कर रहा है।इस लॉक डाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था थोड़ी चरमरा सी गई है, लेकिन कोविड-19 की इस महामारी की लड़ाई में रेलवे राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए देश के विभिन्न राज्यों के 215 रेलवे स्टेशनों को कोरोना केयर सेंटर के लिए चिन्हित किया गया है। इन स्टेशनों पर कोरोना वार्ड में बदले रेलवे कोच को खड़ा किया जाएगा जो हर तरह की सुविधा से लैस है।

इनमें संक्रमण के संदिग्ध मरीजों को क्वाॅरेंटाइन करने और पॉजिटिव मरीजों के इलाज की अच्छी व्यवस्था है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित इन स्टेशनों में से 85 को खुद रेलवे संचालित करेगा, जिसमें उसके डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे, जबकि बाकी 130 स्टेशनों को विभिन्न राज्यों को उनकी जरूरत के हिसाब से सौंप दिया जाएगा। इनमें मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की तैनाती राज्यों को खुद ही करनी होगी। इसके अलावा रेलवे राज्यों के संचालित कोरोना केयर सेंटर में खाना-पीना, बिजली, जलापूर्ति और सुरक्षा के बंदोबस्त भी करेगा।

स्वास्थ्य और रेल मंत्रालय की गाइडलाइन तैयार : भारतीय रेल विभाग ने कोविड-19 की गंभीर चुनौती से निपटने के लिए 2500 से अधिक डॉक्टर और 35,000 से अधिक मेडिकल स्टाफ तैनात किया है, जबकि कोरोना से संक्रमित रोगियों के लिए अपने 52 हजार से ज्यादा कोरोना केयर कोच तैयार किया है। इन कोचो में चिकित्सीय सुविधाएं और हाउसकीपिंग की पूरी व्यवस्था की गई है। इसके लिए स्वास्थ और रेल मंत्रालय ने संयुक्त रूप से गाइडलाइंस भी तैयार किया है, जिसके तहत इन केयर सैंटरो को संचालित किया जाएगा।

स्टेशन पहले से जलापूर्ति और अन्य सुविधाओं से लैस : स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें इसके लिए रेलवे को अपनी जरूरत बताएंगी, जिसके आधार पर रेलवे पहले से चिन्हित स्टेशनों पर अपने तैयार किए गए कोचों को वहां लगाएगा। इसकी प्रशासनिक जिम्मेदारी संबंधित जिलाअधिकारी अथवा उसके नामित किसी अधिकारी को लेनी होगी। इन स्टेशनों पर भी सारी सुविधाएं लैस किया जा चुका है।

इन राज्यों को मिलेगी सुविधा चिन्हित किए गए 215 रेलवे स्टेशनों में उत्तर प्रदेश के 22 और बिहार के 15 स्टेशनों को चिन्हित किया गया है। कुल 22 राज्यों के स्टेशनों को शामिल किया गया है।इनमें उत्तरी राज्यों में दिल्ली,पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड प्रमुख हैं, जबकि दक्षिण के राज्य में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलगाना,व केरल प्रमुख हैं, पश्चिमी राज्य में राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात व गोवा के स्टेशन शामिल किए गए हैं। पूर्वी राज्यों में बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा के स्टेशन को चिन्हित किया गया है। रेलवे सभी राज्यों के लिए अपने नोडल अफसर की सूची भी जारी कर दी है।