माता-पिता जीवन की पाठशाला के प्रथम शिक्षक हैं, उनका सम्मान करें : विष्णुदेव मालाकार

जगदीश यादव की चौथी पुण्यतिथि पर गरीबों के बीच कंबल वितरण

बेगूसराय बखरी : माता-पिता जीवन की पाठशाला का प्रथम शिक्षक होते हैं, हमें जीवनपर्यन्त उनका सम्मान करना चाहिए। उक्त बातें जगदीश यादव की चौथी पुण्यतिथि पर संत पॉल मॉडर्न स्कूल बखरी की प्रार्थना सभा में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि व शिक्षाविद विष्णुदेव मालाकार ने कही है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विष्णुदेव मालाकार सहित स्व जगदीश यादव के ज्येष्ठ पुत्र सह स्कूल निदेशक दानेश्वर यादव, प्रो. बैद्यनाथ चौरसिया, सीमांचल पाणिग्रही, स्कूल प्राचार्या नैना शर्मा, स्कूल समन्वयक जैनेन्द्र कुमार, राजेश कुमार और संस्कृत शिक्षक राम नंदन अज्ञानी ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

सभा में निदेशक दानेश्वर यादव ने कहा कि हमें अपने माता-पिता का सम्मान जीवित रहने तक तो करना ही चाहिए साथ ही मरणोपरांत भी उनका सम्मान करते रहना चाहिए ताकि उनका आशीष जीवनपर्यन्त मिलता रहें।प्रो. वैद्यनाथ चौरसिया ने जगदीश यादव को याद कर छात्र-छात्राओं को अनुशासन में रहने तथा माता-पिता के निर्देशानुसार जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर दिलीप महतो, अशोक पोद्दार, भिखनि देवी, रेनू देवी, सुदामा देवी, अमृता देवी, प्रमिला देवी, कृष्णा मुरारी गोश्वामी, राजगीर पासवान, गिरीश जी एवं रोहित कुमार के बीच कम्बल वितरण मुख्य अतिथियों के द्वारा किया गया।तदोपरांत विद्यालय परिवार की ओर से निजी वाहन द्वारा सोनिहार गावँ पहुंच कर वहाँ के लगभग 300 जरुरतमंदों के बीच गर्म कपड़ों का वितरण किया गया। इस मौके पर गणेश कुमार, अजित कुमार, पुष्कर परितोष, मुकेश कुमार, धीरेन्द्र कुमार, मोहिनी रस्तोगी, भारती कुमारी, ख़ुशी भारती, वंदना विधु, साधना श्रुति, मो. सद्दाब अंसारी, रफ़ीना प्रवीण, अनिल कुमार चौधरी, तन्वी कपूर, मौशमी सिंह, कुणाल सिंह, अरविन्द कुमार, मनीष जी आदि मौजूद थे।

मंच संचालन राम नंदन अज्ञानी ने किया जबकि अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुये स्कूल प्राचार्या नैना शर्मा ने बताया कि माता पिता भगवान से भी बढ़ होते हैं।