अस्पताल में नहीं मिला बेड : ऑटो में पति को मुंह से सांस देती रही पत्नी, नहीं बचा पाई जान

डेस्क : कोरोना से सारा जीवन अस्त व्यक्त हो गया है। लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। ऑक्सीजन सिलिंडर की बढ़ती कमी के कारण लोगों को यह बिलकुल भी समझ नहीं आ रहा है की वह क्या करें ? जो व्यक्ति बीमार होता है वह अस्पताल का रुख करता है। जैसे ही वह अस्पताल जाता है तो उसके परिजनों को उसके लिए ICU बेड का इंतजाम करना पड़ता है, ऐसे में घर के परिजन अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं।

कभी लाचार लोग ऑक्सीजन की समस्या से जूझ रहे हैं तो कभी अन्य परेशानी से। कई लोगों की जान इस वक्त जा चुकी है। बढ़ती हुई ऑक्सीजन की परेशानी को देखते हुए कई तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। ऐसे में आगरा से भी एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें साफ़ देखा जा सकता है कि किस तरह से एक महिला अपने पति को बचाने के लिए अपने मुँह से उसके मुँह में सांस दे रही है, बता दें की यह महिला अपने बीमार पति को ऑटो में बैठाकर एसएन अस्पताल पहुंची थी लेकिन बेड खाली न होने से मरीज को कहीं भर्ती नहीं किया गया, पूरे रास्ते उसको सांस नहीं आई जिसके चलते उसने खुद ही पति को सांस देने का निश्चय किया।

पति को बार-बार मुँह से सांस देकर भी पत्नी हार गई। मृतक का नाम रवि सिंघल है जिसकी उम्र 47 वर्ष थी। उनकी पत्नी रेनू सिंघल के साथ अन्य परिवार वाले भी अस्पताल गए थे लेकिन उनसे भी कुछ ख़ास हो नहीं पाया। जब डॉक्टरों ने रवि सिंघल को देखा तो उनको पता लगा की रवि की रास्ते में ही जान चली गई थी। कई और भी मरीज जिनको बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ थी उनको भी एसएन अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया और सब निराशा के साथ वापस लौट गए। रुनकता के संतोष को भी अस्पताल ले जाय गया था उनको काफी समय से दस्त लगे हुए थे उनका भी इलाज नहीं हो पाया और उनको वापस जाना पड़ा।