पुस्तकालय से बच्चों को जोड़कर भविष्य संवीरने की जरूरत

बेगूसराय बखरी : सरकारी विद्यालय के बाल संसद के करीब तीन दर्जन से अधिक प्रतिनिधियों ने क्षेत्र की शैक्षणिक व सामाजिक धरोहर श्री विश्वबंधु पुस्तकालय के शैक्षणिक परिभ्रमण पर पहुंचकर समृद्ध पुस्तकालय की विभिन्न गतिविधियों को समझने का प्रयास किया। शिक्षक वसंत कुमार के नेतृत्व में शैक्षणिक परिभ्रमण पर पहुंचे आगंतुक छात्र – छात्राओं का स्वागत पुस्तकाध्यक्ष अंबेश चौधरी ने वाचनालय कक्ष में किया।

संरक्षण समिति के संयोजक व पूर्व निर्वाचन अधिकारी विशुनदेव मालाकार ने कहा कि पुस्तकालय समाज का आईना होता है और प्रथम श्रेणी में वर्गीकृत श्री विश्वबंधु पुस्तकालय संपूर्ण जिले का गौरव है।पुस्तकालय चुनाव की विभिन्न गतिविधियों को बाल संसद के प्रतिनिधियों को समझाते हुए कहा कि भारतीय संविधान की तर्ज पर होनेवाले बुद्धिजीवियों के इस चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कार्यसमिति आदि का चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से किया जाता है।

टीम का नेतृत्व कर रहे शिक्षक वसंत कुमार ने कहा कि करीब 64 वर्षों से अधिक के गौरवपूर्ण इतिहास का साक्षी श्री विश्वबंधु पुस्तकालय को नये पुस्तकों से संजोने व अधिक से अधिक बच्चों को पुस्तकालय से जोड़ कर भविष्य संवारने की आवश्यकता है। छात्र – छात्राओं को ज्ञानवर्धन के केंद्र में पिछले कई वर्षों से पुस्तकों की आश्चर्य जनक रूप से खरीद नहीं होना तथा बच्चों को पुस्तकालय से जोड़ने के लिए कुछ खास नहीं किया जाने के साथ विगत कई वर्षों से कंपटीशन की नई पुस्तकों का क्रय नहीं किया जाना अफसोसजनक है ।

पुस्तकों को बच्चों का सबसे अच्छा मित्र बताते हुए बच्चों को पुस्तकालय व पुस्तकों से जुड़ने की अपील की। वहीं मौके पर मौजूद राजन कुमार व मदन मुरारी ने पुस्तकालय के अध्ययन कक्ष, वाचनालय, पुस्तक – गृह, कार्यालय आदि का अवलोकन कराते हुए यहां की प्रशासकीय व्यवस्था से रूबरू कराया। वहीं बच्चों ने विद्यालय शिक्षक वसंत कुमार के द्वारा पटना पुस्तक मेला से लाई गई करीब दर्जनों जनोपयोगी पुस्तकें उपहारस्वरूप पुस्तकालय को प्रदान की।वहीं सदस्यता के बारे में पूछे जाने पर पुस्तकाध्यक्ष द्वारा बच्चों के लिए भी दो सौ से अधिक शुल्क लगने की जानकारी देने पर विद्यार्थीयों में मायूसी देखी गई।