Matihani Assembly Constituency : बेगूसराय जिले का मटिहानी विधानसभा क्षेत्र गंगा नदी के किनारे बसा हुआ वो विधानसभा क्षेत्र है, जो हर साल बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित होता है। बरसात के मौसम में जैसे ही गंगा उफान पर आती है, यहां के दर्जनों गांवों की ज़िंदगी बर्बादी की लहरों में डूब जाती है। खेत तबाह हो जाते हैं, कच्चे मकान उजड़ते हैं और लोग बेघर हो जाते हैं। यही नहीं बाढ़ के साथ-साथ गंगा का भयंकर कटाव हर साल सैकड़ों बीघा उपजाऊ ज़मीन को भी निगल जाता है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली
मटिहानी क्षेत्र, खासकर शाम्हो और आसपास के गांवों में, स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।
- समुदाय स्वास्थ्य केंद्र उद्घाटन के बावजूद भी इलाज शुरू नहीं
- एम्बुलेंस जैसी आपात सेवाएं सीमित हैं
- बाढ़ के दौरान हालात और भी भयावह हो जाते हैं — मरीजों को बेगूसराय तक पहुंचाना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
शिक्षा की कमी भी बनी बाधा
मटिहानी में न तो कोई विश्वविद्यालय है, न ही कोई बड़ा डिग्री कॉलेज। यहां के छात्र उच्च शिक्षा के लिए बेगूसराय, पटना या अन्य शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। हर चुनाव में विश्वविद्यालय या कॉलेज खोलने का वादा दोहराया जाता है, मगर अब तक यह मांग सिर्फ भाषणों और पोस्टरों तक सीमित है।
राजनीतिक इतिहास – बदलाव के वादे और ज़मीनी हकीकत
मटिहानी का राजनीतिक इतिहास संघर्षों और बदलावों से भरा रहा है।
- 1977 के बाद लंबे समय तक कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का वर्चस्व रहा।
- फिर 2000 के दशक में समीकरण बदले और नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह क्षेत्र की सबसे मजबूत राजनीतिक आवाज़ बनकर उभरे।
- उन्होंने 2005 (दोनों चुनाव), 2010 और 2015 में लगातार चार बार जीत दर्ज की।
- वे कभी निर्दलीय, तो कभी जदयू से चुनाव मैदान में उतरे।
- जातीय समीकरणों में भूमिहार, यादव और मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
2020 विधानसभा चुनाव-कांटे की टक्कर
- राजकुमार सिंह (लोजपा) ने महज 333 वोटों से जीत हासिल की थी।
- बाद में उन्होंने जदयू का दामन थाम लिया।
- कड़ी टक्कर नरेंद्र कुमार सिंह (जदयू) और राजकुमार सिंह (लोजपा) से रही थी।
स्थान | प्रत्याशी का नाम | पार्टी | प्राप्त वोट | मत प्रतिशत |
---|---|---|---|---|
1 | राजकुमार सिंह | लोजपा (LJP) अब JDU | 61,364 | 29.64% |
2 | नरेंद्र कुमार सिंह (बोगो सिंह) | JDU | 61,031 | 29.48% |
3 | राजेन्द्र प्रसाद सिंह | CPI(M) | 60,599 | 29.27% |
2025 के संभावित प्रमुख दावेदार
- राजकुमार सिंह – जदयू
- राजेंद्र प्रसाद सिंह – CPI
- नरेंद्र उर्फ बोगो सिंह – निर्दलीय
- डॉ. रंजन चौधरी – जनसुराज
क्या 2025 का चुनाव कुछ बदलेगा?
- क्या शाम्हो-मटिहानी पुल बनेगा?
- क्या गंगा का कटाव रुकेगा?
- क्या अस्पताल और विश्वविद्यालय मिलेंगे?
- या फिर ये मुद्दे एक बार फिर राजनीतिक नारों और झूठे वादों की भीड़ में खो जाएंगे?