पुलवामा शहीद मेजर विभूति की पत्नी बनेंगी सेना में अधिकारी,जानिए कैसे आया ये विचार ?

नई दिल्ली: पिछले साल पुलवामा में हमारे देश के बहुत सारे वीर शहीद हो गए थे, उन वीरों में एक थे मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल वह पिछले साल 18 फरवरी को पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे, उनको शहीद हुए 1 साल हो गए, उनकी पत्नी निकिता कौल भी अब जल्द अपने पति के नक्शे कदम पर चलती हुई दिखाई देंगी, और निकिता जल्दी ही सेना में अधिकारी रूप से नजर आ सकती हैं ।

मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल आज ही के दिन पिछले साल पुलवामा में आतंकियों से लड़ते लड़ते शहीद हो गए थे तब उनकी पत्नी निकिता कौल के साथ उनकी आखिरी मुलाकात ने हम सभी लोगों की आंखें को एकदम नम कर दिया था,शादी के 10 महीने बाद ही पति को खोने पर निकिता ने भी सेना में जाने का मन बनाया था, इसके लिए उन्होंने सारी परीक्षाएं और और इंटरव्यू भी पास कर लिए हैं ।

पति को अंतिम विदाई देते वक्त निकिता ने कहा था ” आपके जैसा पति मुझे मिला है मैं बहुत सम्मानित हूं, मैं हमेशा तुमको प्यार करती रहूंगी विभु तुम हमेशा जिंदा रहोगे, आई लव यू…. मेजर विभूति ना सिर्फ निकिता के पति बल्कि उनके बेस्ट फ्रेंड भी थे, और उनकी प्रेम को पूरी दुनिया ने देखा था और सबकी आंखें निकिता कौल ने नम कर दी थी, निकिता कौल ने अपने पति के शहादत होने बाद सेना में शामिल होने के लिए इच्छा जताई थी, निकिता कौल ने पिछले साल नवंबर महीने में एसएससी का एग्जाम दिया था और वह अपने पति के नक्शे कदम पर चलते हुए सेना में शामिल होना चाहती है, फिलहाल वह मेरिट लिस्ट का इंतजार भी कर रही है।

मेजर विभूति बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे , 34 साल के मेजर विभूति ने 55 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में तैनात थे, वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे, मेजर विभूति को बचपन से ही सेना में शामिल होने का जुनून सवार था, वह दो बार फेल भी हुए लेकिन फिर आखिरी बार उन्हे सफलता मिली, शहीद मेजर विभूति शंकर के इस साहस को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया गया था, जब 18 फरवरी को ऑपरेशन शुरू हुआ तो आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे विभूति ने सीने और गले में दो गोली लग गई थी, मेजर विभूति की टीम ने दो आतंकी को भी मार गिराया था।