Makar Sankranti 2020 : जानिए क्यों मकर संक्रांति होती है सबसे खास

हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है मकर सक्रांति जिसका महत्त्व सारे हिन्दू धर्म के लोग काफी अच्छे से समझते हैं। इस साल यह त्यौहार 15 जनवरी को आ रहा है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है की इसकी तारिक को जाने के लिए लोग असमंजस में है, और आपको बता दें की हिन्दू धर्म के मुताबिक अगर मकर सक्रांति शाम की पड़ जाये तो अगली सुबह मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है की अगर इस दिन दान करा जाए तो इंसान की सारी मनोकामनयाएं पूर्ण होती है।

जानते है इस दिन के शुभ मुहूर्त और महत्व

मकर संक्रांति – 15 जनवरी 2020
संक्रांति काल – 07:19 बजे (15 जनवरी)
पुण्यकाल – 07:19 से 12:31 बजे तक
महापुण्य काल – 07:19 से 09: 03 बजे तक
संक्रांति स्नान – प्रात: काल, 15 जनवरी 2020

सक्रांति के दिन शुरू के 6 घंटे में अगर दान करते हैं तो इसके अलग सकरात्मक प्रभाव पड़ते है, तो इसका अर्थ यह हुआ की दान करने का सही समय 14 जनवरी शाम 7.50 के बाद चालु हो जायेगा और इसका लाभ भी मिलेगा और इसीके साथ अगले दिन भी आप दान कर सकते है।

मकर सक्रांति का महत्त्व

कहते है इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव के घर गए थे। इस दिन नदी में स्नान, दान, पूजा आदि करने से इंसान के पुण्य प्रभाव हजार गुना तक बढ़ जाते है। इस दिन से मलमास भी ख़तम हो जाता है और शुभ महीने प्रारम्भ हो जाते है, इन स्थिति में सुख और समृद्धि की शुरुआत हो जाती है। इस दिन दान करने से बड़ा पुण्य कुछ नहीं होता है और खिचड़ी दान करने में भी लोगो को समृद्धि हासिल होती है।

महाभारत काल से यह प्रमाण मिलता है की इस दिन भीष्म पितामा ने अपना देह त्यागा था और इस ही दिन माँ गंगा भागी रथ के पीछे पीछे होकर सागर में प्रवेश करी थी। इस ही दिन भगीरत के पूर्वजों ने मिलकर मोक्ष की प्राप्ति करी थी जिस वजह से यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है।