बेगूसराय के लाल राहुल दिल्ली में राजपथ पर राष्ट्र के 72 वें गणतंत्र दिवस पर तिरंगा को देंगे सलामी, जिले में खुशी

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : बेगूसराय का लाल राहुल आगामी गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में राजपथ पर तिरंगे को सलामी देंगे। जीडी कॉलेज के छात्र राहुल के एनएसएस स्वयंसेवक के रूप में परेड में हिस्सा लेने के लिए चयनित होने की जानकारी मिलते ही जिले में खुशी की लहर दौर गयी । एक कहावत आज राहुल की सफलता के लिए सटीक बैठता है। मंजिल मिले या ना मिले, मुझे इसका कोई गम नहीं मंजिलों के जुस्तजू में मेरा कारवां तो है।

बस इसी चाहत को लेकर अपनी मंजिल के पीछे संकल्पित बेगूसराय के बरौनी प्रखण्ड अंतर्गत निपनियां में पला- बढ़ा 23 वर्ष का राहुल 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर राष्ट्र के 72 वें गणतंत्र दिवस पर तिरंगे को अपनी सलामी देंगे। बेशक, आज गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय के लिए खुशी का क्षण है कि उसका एक छात्र व एनएसएस का स्वयंसेवक दिल्ली के राजपथ से तिरंगे को सलामी देगा। भला हो भी क्यों ना, गणेशदत्त महाविद्यालय से वर्ष 2013 के बाद किसी स्वयंसेवक का चयन 26 जनवरी के परेड के लिए किया गया है। गणेशदत्त महाविद्यालय के वे हर शिक्षक और छात्र, हर विभाग आज फक्र महसूस कर रहा होगा कि उसका एक छात्र दिल्ली के राजपथ पर इस बार परेड करता नजर आएगा।

LNMU के वीसी से मिल चुका है सिल्वर मेडल : विगत 8 साल से महाविद्यालय से जुड़ा यह छात्र खेल एवं संस्कृति विभाग के बैनर तले अंतर महाविद्यालय, अंतर विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय युवा महोत्सवों में भी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं,बल्कि विगत कई वर्षों से विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तरंग महोत्सव में भी अपनी दमदार प्रस्तुति से सबके मन को मोह लेते हैं। राहुल को खेल दिवस के अवसर पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा खेल एवं संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए एक्सीलेंस अवॉर्ड इन स्पोर्ट्स एंड कल्चर के लिए सिल्वर मेडल से सम्मानित भी किया जा चुका है।

अभिनय में अपनी विशेष पकड़ रखने वाला राहुल, नृत्य विधा में भी अपनी किस्मत को आजमाते रहे हैं। जीडी कॉलेज बेगूसराय के एनएसएस इकाई के समन्वयक डॉ सहर अफरोज फुले नहीं समा रहें हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 के बाद एनएसएस को यह उपलब्धि हाथ लगी है। डॉ सहर अफरोज कहती हैं कि वर्ष 2013 में आदर्श का चयन हुआ था, उसके बाद से विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की झोली खाली पड़ी थी, राहुल ने इसे पूरा किया। 23 नवंबर से 4 दिसंबर 2020 तक डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में आयोजित पूर्व गणतंत्र दिवस परेड चयन शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राहुल का चयन किया गया।

एक तरफ गरीबी का दंश तो दूसरे तरफ पाने को सारा जहां, राहुल ने पीछे नहीं देखा कभी मां आशा देवी की कोख से पैदा हुए राहुल दो वर्ष की उम्र में ही पिता का प्यार खो बैठे। तीन भाई और एक बहन में तीसरे नम्बर पर रहे राहुल के लिए एक तरफ गरीबी की मार थी तो दूसरी तरफ माँ से बढ़कर बड़ी बहन वीनू का प्यार। अभावों के बीच पले बढ़े राहुल ने 2011 में एसपीएनएस बारो उच्च विद्यालय से दसवीं पास कर 2013 में गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय से 12 वीं करने के बाद फिर बी. एससी. और भौतिक विज्ञान से एम. एससी. की पढ़ाई पूरी की। महाविद्यालय के संस्कृति विभाग से जुड़कर राहुल ने शतरंज विधा में अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भी मिथिला विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन बरौनी के साथ जुड़कर देश के कई हिस्सों में जाकर रंगकर्म कर रहे हैं। राहुल छात्र राजनीति में सक्रिय हैं। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कला मंच बेगूसराय के जिला संयोजक भी हैं। स्वभाव के अखड्ड और सोशल साइट के नए तकनीकों के साथ आगे बढ़ने वाले राहुल अब 26 जनवरी को राजपथ पर दिखेंगे।