अलसुबह हुए भारी बारिश से बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि से जिले में बढ़ा बाढ़ का खतरा

डेस्क : रविवार की अलसुबह जमकर हुई बारिश में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी से सटे जगहों पर तटबंध पर दबाव बढ़ने लगा है। तटबन्ध के बचाव एवं सुरक्षा के लिए किए जाने बाले कार्य ससमय पूर्णतः सम्पन्न नहीं होने से लोगों में बाढ़ की आशंका प्रबल हो गई है। बूढ़ी गंडक नदी जब पानी उफनाती है तो जिले के खोदबन्दपुर से बखरी तक के सीमावर्ती गाँव के लोग आशंकित हो जाते है।

खोदबन्दपुर प्रखण्ड, चेरिया बरियारपुर प्रखण्ड, नाबकोठी प्रखण्ड और बखरी प्रखण्ड के लोग नदी में बढ़ते पानी और तटबन्ध पर बढ़े दबाब से सशंकित हैं। बेगूसराय के लोग आज भी साल 2007 में बूढ़ी गंडक नदी की विभीषिका को याद कर सिहर जाते हैं। जब पानी उफान पर था और चेरियाबरियारपुर प्रखण्ड के बसही में तटबंध को छोड़ भयंकर तबाही मचाया था। अब लोगों में यह चर्चा का विषय बनता जा रहा है कि कहीं उसकी पुनरावृत्ति न हो जाय। जिले के कुल चार प्रखण्ड का दक्षिण मुहाल बूढ़ी गंडक ही है। खेती का अधिकांश रकवा इसी बूढ़ी गंडक की चपेट में रहता है। इस बार भी सैकड़ों एकड़ में लगी किसानों की फसल तो बूढ़ी गंडक नदी की चपेट में आ चुकी है। जिससे पशुपालक किसानों को पशुओं के लिए चारे का संकट पैदा हो गया है।