गृह मंत्रालय का आदेश : विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाएगी सरकार, जानें क्‍या होंगे नियम

डेस्क : पूरे देश में जो भी लोग दूसरे राज्यों में फंसे थे जैसे कि मजदूर छात्र और अन्य टूरिस्ट उनको वापस लाने के लिए सरकार ने ट्रेनें चला दी है परंतु जो लोग बाहर विदेश में फंसे हुए हैं उनके लिए भी सरकार ने अपनी तैयारी कर ली है बताया जा रहा है कि 7 मई के बाद से उन सारे विदेशी लोगों को वापस लाया जाएगा जो बाहर देशों में फंसे हुए हैं। पहले फेज में लगभग एक लाख 90 हजार के करीब लोगों को वापस लाया जाएगा इस अभियान को नाम दिया है स्वदेश वापसी अभियान जिसकी शुरुआत संयुक्त अरब अमीरात से होगी वहां पर से 3400000 भारतीय है जो वापस लाए जाएंगे इसके बाद सऊदी अरब और कुवैत से नागरिकों को भी वापस लाया जाएगा।

सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि जो भी यात्री विदेश से वापस आएंगे उनको पेमेंट करनी होगी यानी कि यह सेवा पेमेंट आधारित होगी और भारत आने के लिए लोगों को खुद ही किराया देना पड़ेगा सबसे पहले खाड़ी से लोग वापस आएंगे आपको बता दें कि 1990 की खाड़ी युद्ध के दौरान भारत ने कुवैत से 170000 नागरिकों को बाहर निकाल दिया था और विमान के जरिए यह दुनिया का उस वक्त का सबसे बड़ा निकासी अभियान था। इस अभियान को अक्षय कुमार की फिल्म एअरलिफ्ट में दिखाया गया था परंतु अब यह अभियान और भी बड़ा होने वाला है।

विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ नागरिक का कहना है कि यह अभियान बड़ा तो होगा ही साथ ही जटिल भी होगा। सरकार का केवल कमर्शियल विमानों का इस्तेमाल ही नहीं बल्कि नेवी के सबसे बड़े युद्धपोत विमानों का इस्तेमाल करेंगे।गृह मंत्रालय का यह साफ आदेश है कि विदेश में फंसे भारतीयों को वापस आने में भारत सरकार उनकी सहायता करेगी साथ ही बहुत आवश्यक होने पर उन्हें स्वदेश जाने की अनुमति भी दी जाएगी और यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से करी जाएगी।यहां पर भी सारे तरीके उसी तरह से अपनाए जाएंगे जैसा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए अपनाए जा रहे हैं बस फर्क सिर्फ इतना होगा कि यात्रा हवा के बीच होएगी।