परीक्षा की कॉपी नहीं जांचने बाले गुरुजी होंगे बर्खास्त

पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन एवं कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया लगातार जारी है। मैट्रिक परीक्षा के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं करने वाले 99 शिक्षक-शिक्षिकाओं के निलंबन और अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा गुरुवार को जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से की गयी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी देवेंद्र कुमार झा ने बताया कि बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की धारा 9 एवं 10 में स्पष्ट है कि मूल्यांकन कार्य के कर्तव्य के पालन से इंकार करना दंडनीय अपराध है।

लेकिन मूल्यांकन कार्य में प्रतिनियुक्ति के बावजूद बीपी उच्च विद्यालय मूल्यांकन केंद्र संख्या-125 के भाग संख्या-एक पर 99 शिक्षक-शिक्षिका मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं हुए और जानबूझकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। जिसके कारण इनके विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की सुसंगत धारा के तहत निलंबन एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई की किया गया है। बता दें कि बुधवार को भी मूल्यांकन कार्य संबंधी आदेश का उल्लंघन करने वाले 417 शिक्षकों को निलंबित करने का आदेश संबंधित नियोजन इकाई को दिया गया था। योगदान नहीं करने वाले शेष शिक्षकों के भी निलंबन का आदेश जल्द ही संबंधित नियोजन इकाई को जारी किया जाएगा। बता दें कि बेगूसराय जिला में तीन लाख छह हजार 435 उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन किया जाना है तथा इसके लिए छह मूल्यांकन केंद्र बनाए गए तथा 1289 शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था। लेकिन इसमें से 285 शिक्षकों ने योगदान किया तथा 1004 शिक्षकों ने योगदान नहीं किया है।