नये साल पर गिरिराज सिंह का ‘जय श्रीराम’ और कन्हैया की क्रान्ति

घड़ी की सुई 12 पर पहुंचने के बाद तारीख बदलते ही रात से लोग नव वर्ष के उल्लास में डूब चुके हैं। उत्साही लोगों ने पटाखों की गूंज के साथ नए साल का स्वागत किया। इसके साथ ही बधाई देने का सिलसिला चल पड़ा है। हालांकि हिंदुत्ववादी और सनातन धर्मावलंबी इस मौके पर नववर्ष नहीं मना कर प्रशासनिक नव वर्ष बना रहे हैं। नए साल की शुरुआत कन्हैया ने जहां क्रांति के शंखनाद से किया है। वहीं, गिरिराज सिंह ने नारा दिया है जय श्री राम। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ट्वीट कर लोगों को प्रशासनिक नए साल की बधाई दी है। गिरिराज सिंह ने कहा है ‘हम सनातनी हैं और हमारा नववर्ष प्रतिपदा से शुरू होता है।

उन्होंने ट्वीट किया है कि हमारा नववर्ष वर्ष प्रतिपदा से शुरू होता है। हमारी पहचान तो सनातन से है, प्रभु श्री राम से है। भारतवंशी मेरा तेरा रिश्ता क्या, जय श्रीराम जय श्रीराम। प्रशासनिक नववर्ष की शुभकामनाएं।’ वहीं, जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ कन्हैया कुमार ने नये साल की बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा है कि हम शब्दों और कामों की हार से नफरत करते हैं। उन्होंने क्रांति और संकल्प के साथ संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए रहने तत्पर रहने तथा जीवन में प्रबल प्रेम और सद्भाव की कामना किया है।

इधर, बधाई देने के लिए इस वर्ष लोग फोन कम, सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग कर रहे हैं। रात से ही व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बधाई की भरमार लगी हुई है। दूसरी ओर नववर्ष के पहले दिन पहले सुबह से ही मंदिरों में पूजा-पाठ का दौर भी शुरू है। जिला में दर्जनों जगह अष्टयाम हो रहा है तो मिथिला के मिनी देवघर बाबा हरिगिरी धाम गढ़पुरा, सिद्ध शक्तिपीठ जयमंगला गढ़, शहर मुख्यालय के काली स्थान, कर्पूरी स्थान, नौलखा मंदिर समेत तमाम मंदिरों में पूजा पाठ कर समाज और विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं। इस मौके सिमरिया समेत त