अलविदा-2019 : बेगूसराय में 99 हत्या समेत दर्ज किए गए 937 आपराधिक वारदात

बेगूसराय : 2019 बेगूसराय के लिए कई महीनों में चर्चा का विषय रहा। दस दिनों तक लगातार हत्या, दोहरा हत्याकांड और आपराधिक वारदात के बीच बढ़ते आपराध को लेकर बेगूसराय में डीआईजी कार्यालय का खुलना इस साल चर्चा का विषय रहा। हालांकि डीआईजी कार्यालय खुलने के बाद भी आपराधिक बात में कोई खास कमी नहीं आई। लेकिन सोना लूटकांड, तीसरा एवं दोहरा हत्याकांड का एक सप्ताह के अंदर मामले का उद्भेदन पुलिस के मनोबल को बढ़ा गया।

स्पेशल ऑपरेशन के कारण 50 से अधिक बड़े अपराधी जेल भेजे गए। 2019 में गत वर्षों के अपराध का तुलनात्मक अध्ययन करें तो हत्या में गत वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत की कमी आई। पिछले साल 113 लोगों की हत्या हुई थी, जबकि इस साल अब तक 99 लोगों की हत्या हुई है। सबसे अधिक सदर अनुमंडल में 46, तेघड़ा में 23, बलिया में 13, मंझौल में दस और बखरी में सात लोगों की हत्या हुई। बलात्कार के मामले में गत वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत की कमी हुई। पिछले साल बलात्कार के 28 मामले दर्ज हुए थे।

जबकि इस वर्ष सदर एवं बलिया अनुमंडल में सात-सात, तेघड़ा एवं बखरी अनुमंडल में चार-चार तथा मंझौल अनुमंडल में तीन मामले दर्ज किए गए। इसी तरह दहेज हत्या के मामले में गत वर्ष की तुलना में 35 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल जिला में दहेज हत्या के 26 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि इस साल सदर अनुमंडल में पांच, बखरी में चार, बलिया एवं मझौल तीन-तीन तथा तेघड़ा में दो मामले दर्ज किए गए हैं। डकैती में गत वर्ष की तुलना में कोई वृद्धि नहीं हुई तथा पांच वर्ष की तुलना में 49 प्रतिशत की कमी आई। इस वर्ष सदर अनुमंडल में दो तथा बखरी, तेघड़ा एवं बलिया में एक-एक मामला दर्ज किया गया है।

लूट की घटना में गत वर्ष की तुलना में चार प्रतिशत की कमी आई है।

इस वर्ष बेगूसराय में लूट के एक सौ मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें सदर अनुमंडल में 54, तेेेेघड़़ा में 21, बखरी में दस, बलिया में नौ तथा मंझौल अनुमंडल में छह मामले दर्ज किए गए हैं। अपहरण के मामलेे में विगत वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत की कमी आई है। अपहरण के 134 मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें सदर अनुमंडल में 59, तेघड़ा में 33, बलिया में 17, बखरी में 14 तथा मंझौल में 11 मामले दर्ज हैं। अवैध हथियार बरामदगी के मामले में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस वर्ष बेगूसराय में आर्म्स एक्ट के 171 मामले दर्ज किए गए। जिसमें सबसेेेे अधिक सदर अनुमंडल में 74, तेघड़ा में 30, बलिया में 27, मंझौल में 21 तथा बखरी में 19 मामले दर्ज हुए।

गृृहभेदन के मामले में इस साल 24 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इस वर्ष बेगूसराय में 102 मामले दर्ज किए गए। जिसमें सबसे अधिक सदर अनुमंडल में 62, बलिया में 19, तेघड़ा मेंं दस, मंझौल में आठ और बखरी में तीन मामले दर्ज किए गए।

चोरी के मामले सबसे ज्यादा बेगूसराय में इस साल चोरी के 284 मामले दर्ज किए गए तथा पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत की कमी आई। इस वर्ष सदर अनुमंडल में 168, तेघड़ा में 37, बलिया में 35, बखरी में 33 और मंझौल में 11 मामले दर्ज किए गए हैं। बेगूसराय में फिरौती के लिए इस साल एक भी अपहरण नहीं हुआ और गंभीर दंगे नहीं हुए, जो कि कहीं ना कहीं पुलिस की सजगता का प्रमाण है।

एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि पुलिस अपराधिक वारदात पर रोक लगाने तथा उसके उद्भेदन के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। जिसके कारण सभी तरह केेे आपराधिक वारदातों में पिछले साल की तुलना में कमी आई है। बेहतर पुलिसिंग के सहारे भयमुक्त समाज की स्थापना पहला कर्तव्य और उद्देश्य है।