Rakesh Sinha : गंगा का बढ़ता जलस्तर अब बेगूसराय के 8 प्रखंड के लिए आफत बन गया है। निचले इलाकों में पानी घुसने से लोग घर-बार छोड़ने को मजबूर हैं। राहत और बचाव कार्य की धीमी रफ्तार को लेकर लोगों में नाराजगी है। पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बलिया प्रखंड क्षेत्र के सादीपुर और तुलसी टोल समेत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। जैसे ही वे राहत शिविरों और गांवों में पहुंचे, पीड़ित महिलाएं और बुजुर्ग फूट-फूटकर रो पड़े। किसी ने घर उजड़ने का दर्द सुनाया, तो किसी ने भूख से बिलखते बच्चों की व्यथा बताई।
ग्रामीणों ने बताया कि अनाज और दाल तो है, लेकिन चूल्हा पानी में बह चुका है। खाना बनाने का कोई साधन नहीं है। कई परिवारों को अब तक कोई मदद नहीं मिली। राहत शिविरों में भोजन और पानी की भारी कमी है। लोगों की शिकायत सुनकर राकेश सिन्हा मौके पर मौजूद बलिया सीओ रवि कुमार पर भड़क गए।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा-“पीड़ित का दर्द समझिए, महसूस कीजिए कि जिसका बच्चा दो दिन से भूखा है, उसके मन पर क्या बीत रही होगी। यह इमरजेंसी का समय है। अनाज होते हुए भी चूल्हा न होना सबसे बड़ी पीड़ा है। तकनीकी पहलू पर मत जाइए, मानवीय दृष्टिकोण से सोचिए।” सिन्हा ने सीओ को नसीहत भी दी कि अच्छा काम कीजिए, ताकि ट्रांसफर के बाद भी लोग याद रखें। “सब कुछ यहीं रह जाएगा, सिर्फ कीर्ति साथ जाएगी,”