शराब तस्कर को गाड़ी न देना चालक को पड़ा महंगा, दरोगा जी ने लिया इतना बड़ा एक्शन

डेस्क / बेगूसराय : जहाँ एक तरफ बेगूसराय पुलिस शराब तस्कर को नकेल पहनाने में लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ कुछेक पदाधिकारी के करतूत से पुलिस पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। मामला मुफसिल थाना का है। मिली जानकारी के अनुसार मुफसिल थाना के दरोगा अम्बिका प्रसाद ने रविवार की रात वासदेवपुर चाँदपुरा से चोरी की गाड़ी होने की शक पर एक बोलेरो चालक के घर पर से बोलेरो उठा लाये, लेकिन उक्त बोलेरो निवासी भास्कर कुमार ने अपने मालिक की बोलेरो गाड़ी को बिना कोई भी लाय लपटाय का बताते हुए, वरीय पदाधिकरियों से न्याय की गुहार लगाई है।

उक्त बाबत गाड़ी चालक ने बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार को आवेदन लिखते हुए जानकारी दिया कि हमारे साथ पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पुलिस ने उक्त कारवाई को अंजाम दिया है, पीड़ित पूरे मामले की जांच की मांग भी कर रहा है।

दिये गये आवेदन में स्थानीय चौकीदार पर आरोप लगाते हुए आवेदन में लिखा है कि उक्त चौकीदार लोकडॉवन के समय सीमा तक के लिए गाड़ी को गाव के ही एक व्यक्ति को देने की बात कही, जिस व्यक्ति को चौकीदार ने गाड़ी भारे पर देने के लिये कहा उक्त व्यक्ति गाँव में चोरी छिपे अवैध तरीके से शराब तस्करी का काम करता है, इसलिए मैंने गाड़ी देने से इनकार करने पर 5 अप्रैल रविवार की रात लगभग 9 बजे हमारे घर पर लगी हुई गाड़ी को मुफसिल थाना के दरोगा अम्बिका पासवान के द्वारा के अपनी चाभी से खोलकर उक्त तस्कर व्यक्ति को दिया गया , और गाड़ी को थाना पर पहुंचाने की बात कहते हुए चले गये, सोमवार की सुबह जब थाना पर गये तो वहां गाड़ी छोड़ने से इनकार कर दिया गया,एवं जप्ती सूची भी नहीं दिया गया, पीड़ित ने पुलिस के वरीय पदाधिकारी को आगाह करते हुए लिखा है कि हमारे साथ यह मामला सुनियोजित तरीके से बनाया गया है, इसीलिए कल को पुलिस हमें किसी अन्य रूप से फंसा सकती है। पीड़ित ने बताया कि इस बात के प्रमाण स्वरूप हमारे ग्रामीण भी है। उक्त आवेदन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री बिहार, डीजीपी बिहार एवं डीआईजी बेगूसराय रेंज को भी भेजी गयी है, उक्त बाबत पीड़ित ने न्याय प्रदान करने की गुहार सबसे लगाई है।

गाड़ी चालक ने बताया हमारे मालिक उक्त गाड़ी को हाल ही में खरीदे थे, बस इतना सा बात है कि समस्तीपुर डीटीओ आफिस से ऑनर बुक नहीं बनके आया है।