कोरोना के बाद संभावित बाढ़-सुखाड़ से निपटने के लिए तैयारी में जुटा जिला प्रशासन, डिप्टी सीएम सह जिला प्रभारी मंत्री ने की समीक्षा

डेस्क : बिहार के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के नेतृत्व में बुधवार को जिले मे संभावित बाढ़ तथा सुखाड़ की तैयारियां साथ ही कोरोना महामारी के रोकथाम हेतु जिले के सभी विधायक व जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के नेतृत्व में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामलों की समीक्षा की गई। इसी मौके पर उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सबसे पहले कोविड-19 के मामले की समीक्षा करते हेतु बताया बताया सुबे में कोरोना संक्रमण को रोकने में प्रशासनिक पहल के साथ-साथ आमजन का जागरूक रहना भी आवश्यक है।

कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरे लहर के मद्देनजर पूर्व से ही तैयारियां करने तथा भविष्य में कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने वाले मरीजों के बेहतर ईलाज हेतु जिला स्तर के साथ-साथ अनुमंडल स्तर एवं प्रखंड स्तर पर भी चिकित्सा संबंधी अवसंरचनाओं के विकास के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। आगे उन्होंने बताया 15वें वित्त आयोग की राशि के संबंध में व्यय विभागीय निदेश के अनुपालन करने के साथ-साथ आमजनों का सरकारी चिकित्सा संस्थानों में भरोसा बढ़ाने हेतु प्रयासों पर भी बल देने का निर्देश दिया। इसके साथ ही निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना प्रभावित मरीजों का ईलाज सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क के अनुरूप की सुनिश्चितता करने का निर्देश दिया। आगे उन्होंने कहा कि यदि किसी जनप्रतिनिधि के माध्यम से कोविड-19 से जुड़े शिकायत अथवा फीडबैक प्राप्त होते हैं। तो उस पर भी तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निदेशित किया गया। बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने जिले में संभावित बाद का भी ससमय तैयारी पूर्ण करने का निर्देश दिया।

18-44 उम्र के कुल 6,289 व्यक्ति का वैक्सीनेशन किया गया है: जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया 1 मार्च, 2021 के बाद से कुल 1,33,742 सैंपल की जांच की गई है। तथा इस अवधि में कुल पॉजिटिविटी रेट 10.75 प्रतिशत रहा है। कोविड-19 वैक्सीनेशन के संबंध में उन्होंने बताया जिले में कल तक कुल 2,63,731 कोविड-19 वैक्सीनेशन डोज दिए गए हैं। जिसमें से 2,19,436 व्यक्ति को पहला जबकि, 44,595 व्यक्ति को दूसरा डोज दिया गया है। जिले में 45 वर्ष या उससे अधिक के 1,88,677 व्यक्ति को पहला डोज जबकि 29,957 व्यक्ति को दूसरा डोज दिया गया है। 18-44 आयु वर्ग के कुल 6,289 व्यक्ति का वैक्सीनेशन किया गया है। जिले में कुल 855 आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं।

जिले में आगामी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को लेकर जिला प्रशासन तैयारी में: आगे जिला पदाधिकारी ने बताया जिले में गंगा नदी से 8 तथा गंडक नदी से 3 अंचलों बाढ़ से प्रभावित होते रहे हैं। तथा गंगा नदी से बाढ़ प्रभावित अंचलों में पूर्व से सर्वेक्षित आंकड़ों के अनुसार लगभग 45 पंचायतों के 4 लाख जनसंख्या के बाद से प्रभावित होने की संभावना है। वर्तमान में 45 सरकारी नाव परिचालन योग्य है। जबकि, 11 नाव मरम्मती योग्य है। वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 172 निजी नावों का भी निबंधन करा लिया गया है। जिला में 10 इन्फलाटेबल मोटरबोट एवं 80 लाइफ जैकेट उपलब्ध है। 154 प्रशिक्षित गोताखोर हैं। तथा खोज, बचाव एवं राहत दलों की संख्या 207 है। वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 228 शरण स्थलों को चिन्हित किया गया है। जिले के सभी प्रखंडों में कुल 18 वर्षामापक यंत्र अधिष्ठापित एवं कार्यरत हैं। वर्तमान में कुल 17,000 पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध है। मौके पर जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा, विधानसभा विधायक राजवंशी महतो, रामरतन सिंह, राजकुमार सिंह, सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव, कुंदन कुमार, सूर्यकांत पासवान एवं अन्य गणमान्य मौजूद थे।