न्यूज डेस्क : बेगूसराय में हर साल दर्जनों लोगों की असामयिक मृत्यु पानी में डूबकर हो जाती है। बताते चलें कि जिले में गंगा , बूढ़ी गंडक , बलान व बैंति नदी के अलावा छोटे-छोटे गड्ढे और पोखरों में डूबने की घटना को जोड़ते हैं तो 100 से भी ज्यादा घटनाएं साल भर में घटित होती है। जिसमें डूबने व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। हालांकि छोटे-छोटे गड्ढों व पोखरों में डूबने वाले का शव पानी से स्थानीय गोताखोरों के द्वारा निकाल लिया जाता है। लेकिन गंगा नदी और बूढ़ी गंडक नदी में डूबे हुए व्यक्ति को स्थानीय गोताखोरों के द्वारा खोजना मुश्किल हो जाता है।
ऐसी परिस्थिति में खगरिया से एसडीआरएफ की कैंप्स एसटीआरएफ की टीम को बुला कर शव की खोजबीन करवाई जाती है। जिससे काफी संसाधन खर्च होते हैं। ऐसे में बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार ने बुधवार को डिप्टी सीएम व बेगूसराय जिला के प्रभारी मंत्री रेनू देवी की अध्यक्षता में बेगूसराय जिला में संभावित बाढ़-सुखाड़ व कोरोना संबंधित समीक्षा बैठक में बेगूसराय में एसडीआरएफ का कैंप बनाने की बात उठाई गई। एमएलसी रजनीश कुमार ने कहा कि आज बेगूसराय में कोरोना एवं बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर मा. प्रभारी मंत्री रेणु देवी जी की अध्यक्षता में आयोजित वर्चुअल बैठक में शामिल हुआ।कोरोना विषय के साथ-साथ अन्य बातों को भी रखने का काम किया है।
एक विशेष आग्रह मैने माननीय मंत्री जी से किया है। कि सिमरिया घाट ,झमटिया घाट एवं जिले के अन्य नदियों में डूबने की घटनाएं बड़ी संख्या में घटित होती है। वैसी परिस्थिति में एसडीआरएफ को खगड़िया कैम्प से मंगाना पड़ता है जिसमे काफी समय लगता है। इसलिए मैंने श्रीमती रेणु देवी जो कि बेगूसराय की प्रभारी मंत्री के साथ साथ आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री हैं। इनसे आग्रह किया है कि बेगूसराय में एसडीआरएफ का एक स्थाई कैम्प का निर्माण करावें। माननीय मंत्री ने इसे शीघ्र कराने की सहमति दी है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और बेगूसराय के प्रभारी मंत्री आ. रेणु जी के प्रति सादर आभार व्यक्त करता हूँ ।