बेगुसराय के बछवाड़ा में कोरंटाइन सेंटर बना काला पानी की सजा, जानिये पूरा मामला

बछवाड़ा : बेगुसराय के हॉटस्पॉट बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में आधे दर्जन से अधिक कोराना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद भी प्रसाशन कोराना के प्रति संवेदनशीलता बरतने का का दिखावा कर रही है। बताते चलें कि प्रखंड मुख्यालय का कोरंटाइन सेंटर रखे गए मरीजों के लिए काला पानी का टापु साबित हो रहा है। शनिवार को मुख्यालय कोरंटाइन सेंटर आदर्श मध्य विद्यालय नारेपुर में उस समय अजीबो-गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई। जब उक्त सेंटर पर रखे गए लोगों ने भूख से व्याकुल होकर हंगामा करने लगे। भुख से बिलखते कोरंटाइन हुए लोगों की खबर पाकर रानी एक के पंसस सिकन्दर कुमार एवं जयकिशुन ठाकुर स्थल पर पहुंच कर लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।

कोरंटाइन लोगों की समस्याओं रूबरू के क्रम में लोगों नें बताया कि यहां रखे गए लोगों को सुबह से ही किसी प्रकार का चाय नाश्ता नहीं कराया गया है दिन बारह बजे तक किसी भी लोगों को भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा सका था। इस क्रम में यह भी देखा गया कि सेंटर पर शुद्ध पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं थी। कोरंटाइन सेंटर के पास का एक अदद चापाकल भी ख़राब पड़ा है। उक्त सेंटर पर फिलहाल कुल 21लोगों को रखा गया है। विभिन्न पंचायतों से खोजकर रखे गए लोगों में मनटुन सहनी , शिवजी सहनी, रामराजी सदा, रंजीत राम , संजु देवी, आरूषि कुमारी समेत अन्य लोगों नें बताया कि रखे गए लोगों कि कुल संख्या 21है जो दिन-ब-दिन बढ़ती हीं जा रही है और उपलब्ध बेड मात्र आठ हीं है।

वह भी खुले जमीन पर हीं चादर बिछाई गई है। रात के समय समुचे भवन में घुप्प अंधेरा छाया रहता है जनरेटर की भी कोई व्यवस्था नहीं है। कहने को तो यहां आधे दर्जन से भी अधिक सरकारी कर्मचारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। रात्रि में एक चौकीदार के अलावा कोई नहीं रहता है। मौके पर पहुंचे दोनों जनप्रतिनिधियों नें पहले तो बछवाड़ा बीडीओ एवं सीओ से सम्पर्क करने का प्रयास किया। मगर उक्त अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित नहीं होने की स्थिति में जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें उपरोक्त समस्याओं से अवगत कराया गया। जिन्होंने जल्द ही सभी समस्याओं को दुर करने का आश्वासन दिया है।