झारखंड में मिला कोरोना का पहला मरीज, मचा हड़कंप, जाने ताजा हाल

रांची : पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित है वहीं झारखंड एक ऐसा राज्य है जो अभी तक सुरक्षित बताया जा रहा था, लेकिन मंगलवार को यहां भी एक महिला में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि पाई गई है। कोरोना वायरस के मरीज की पुष्टि होने के बाद पूरे झारखंड में हड़कंप मच गया है स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट पर आ गया है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने राजधानी रांची के इलाके में मस्जिद से पकड़ी गई मलेशिया के मुस्लिम महिला में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की है। झारखंड की राजधानी रांची में बीते दिन बड़ी मस्जिद से 18 विदेशी मौलवियों को पकड़ा गया था जिसमें कोरोनावायरस संक्रमित महिला भी शामिल थी। यह महिला तब्‍लीगी जमात से जुड़ी है। दिल्‍ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्‍लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर यह महिला इस हफ्ते ही यहां लौटी है। कोरोना से संक्रमित मलेशिया की यह महिला मौलवी तब्लीगी जमात मरकज से जुड़ी बताई गई है।

विदेशी महिला को मस्जिद से पकड़े जाने के बाद रांची के खेलगांव में क्वारंटाइन कर रखा गया था। अब लगातार दो बार जांच में कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए जाने के बाद इसे रिम्‍स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इस महिला की ट्रैवल हिस्‍ट्री निकाली जा रही है। मलेशिया की यह महिला तब्‍लीगी जमात की है। इसे बीते दिन बड़ी मस्जिद से 18 विदेशी मौलवियों के साथ पुलिस ने पकड़ा था।

कोरोना के मैप में झारखंड भी हो गया लाल कोरोना वायरस के मैप में मंगलवार को झारखंड भी लाल हो गया है। झारखंड भी इस वायरस के संक्रमण से अपने को बचा नहीं सका। मंगलवार को राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में पहले पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने इसकी पुष्टि की है। कोरोना पॉजिटिव महिला विदेश में रहती थी और तब्लीगी जमात मरकज से भी जुड़ी थी।

झारखंड में अबतक कुल 274 अब तक कुल 274 कोरोना संदिग्धों के सैंपल की जांच हुई है, जिनमें 266 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। शेष 8 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है। बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी बढऩे के बाद अब जांच किये जाने वाले सैैंपलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सर्विलांस टीम के अनुसार मंगलवार को और भी ज्यादा संख्या में कोरोना जांच के सैैंपल आ सकते हैैं। रिम्स में कोरोना की सैंपल की संख्या लगातार बढ़ रही है। रांची समेत राज्य के दूसरे जिलों से भी सैंपल लेकर रिम्स जांच के लिए आ रहे हैं। सभी की जांच कर 6 से 8 घंटे के भीतर रिपोर्ट जारी कर दी जा रही है।

17 विदेशियों सहित दूसरे राज्य से आने वालों की हुई जांच डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि सोमवार को जांचे गए सैंपलों में 24 ऐसे थे जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री कोरोना प्रभावित देश व राज्य से जुड़ी थी। खेलगांव में ही रिम्स मेडिकल टीम द्वारा सभी का सैंपल लिया गया, दो लॉट में सैंपल की जांच की गई।

कोरोना जांच के लिए 3000 किट पहुंचेंगे रिम्स, ज्यादा संदिग्धों की जांच हो सकेगी ऐसे में पूरे देश की नजर इस वन प्रदेश पर टिकी है। कहा जा रहा है कि लगभग पूरा भारत काेरोना की चपेट मे हैं लेकिन प्राकृतिक संसाधनों से भरे-पूरे इस राज्‍य में अब तक एक भी केस पॉजिटीव नहीं मिला। लोग-बाग इसकी वजह जानने में जुटे हैं। डॉक्‍टर से लेकर वैज्ञानिकों तक इसकी पड़ताल भी की जा रही है।

माना जा रहा है कि झारखंड मलेरिया जोन रहा है, ऐसे में यहां के लोगों के शरीर में कोरोना से लड़ने का रेजिस्‍टेंस डेवपल हो गया हो। क्‍योंकि कोरोना की अभी जो दवाई दी जा रही वह मलेरिया में भी दी जाती है। इधर आंकड़ों की बात करें तो कोरोना के पॉजीटिव केस नहीं मिलने के पीछे बड़ा कारण यह है कि राज्‍य में कोरोना संदिग्‍धों की जांच काफी कम हुई हैं। जबकि दूसरे राज्‍यों महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, केरल, तेलंगना आदि के मुकाबले झारखंड से विदेशों में आवाजाही कम है। इस बीच और राज्‍यों के मुकाबले झारखंड सरकार ने बिना केस मिले और बिना देर किए सही समय पर पूरे प्रदेश को लॉकडाउन कर दिया।