#CoronaVirus अफवाहों से बना कोरोना वायरस और खतरनाक, जानिए इससे जुड़े बड़े भ्रम

नई दिल्ली : एक ऐसा वायरस जिससे दुनिया का हर इंसान धीरे धीरे डर रहा है और सबके मन में यही सवाल है की क्या करें और क्या ना ? जिस रफ़्तार से यह बढ़ रहा है उसकी तीन गुना रफ़्तार से इससे जुडी अफवाहे भी बढ़ रही है। लोग अपने ही तरीके सुझाव के तौर पर दूसरो को बता रहे है। उनका ऐसा मानना है की वह घरेलु नुस्खों से कोरोना वायरस से निपट सकते है। इस कोरोना वायरस पर अलग अलग तरह की धारणाएं लोग बना रहे है और लोगो के सवाल ख़तम ही नहीं हो रहे है।

अपने हाथो को साबुन से समय समय पर धोएं ताकि कीटाणु जमा न हो सकें साथ ही कोई भी वायरस हाथ या मुँह से ही इंसान के शरीर में घुसता है। इसलिए इन दो अंग का ख़ासा ख्याल रखें , हाथ धोना संभव ना हो पाए तो सांइटिज़ेर का इस्तेमाल जरूर करें और ऐसा सांइटिज़ेर जिसमे अल्कोहल की मात्रा ज्यादा हो। कोरोना वायरस किसी मौसम की बिमारी की तरह नहीं है यह बाकी मौसम में होने वाली बिमारी जैसे चिकुनगुनिया या डेंगू से कहीं ज्यादा खतरनाक है। सीजनल फ्लू से संक्रमित एक व्यक्ति औसतन 1.3 लोगों में संक्रमण फैलाता है वहीं, कोरोनावायरस से संक्रमित एक व्यक्ति औसतन 2.2 फीसदी लोगों को संक्रमित करता है।

फेस मास्क पहनने से आप कोरोना वायरस से बच सकते है जैसा की हमने बताया की यह वायरस आपके मुँह से होकर आराम से घुस सकता है ऐसे में हम फेस मास्क लगाए तो वायरस से बच सकते है खांसी और छींक इसके संक्रमण का एक प्रमुख जरिया है लेकिन सभी मास्क बहुत छोटे कणों को फिल्टर करने में सक्षम नहीं होते हैं और वायरस हमारे शरीर में आंखों के रास्ते भी प्रवेश कर सकते हैं। संक्रमित लोगो से दूरी बनाये रखने में ही भलाई है। ऐसा माना जा रहा है की बड़ी उम्र के लोगो में यह वायरस जल्दी पनपता है पर हम इस पर विश्वास नहीं कर सकतें हैं क्यूंकि यह युवा लोगो को भी हो सकता है जैसा बड़ो को हो रहा है।