कोरोना वायरस: चीन में 40 जगहों से रेस्क्यू करे गए 647 भारतीय छात्र

कोरोना वायरस : जैसे ही यह खबर फैली की चीन में एक ऐसा वायरस फैला है जिसके शरीर में प्रवेश करते ही आदमी या औरत अपने होश और हवास खो बैठते है, तो इस पर (WHO) वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने रेड अलर्ट घोषित कर दिया क्यूंकि यह वायरस एक के बाद एक चीन में लोगो को अपना शिकार बनाता चला जा रहा है, इस वायरस का नाम कोरोना वायरस है। जिससे निपटने के लिए भारत के दूतावासों ने एक ऐसा कदम उठाया जो खतरे से खाली नहीं था।

भारतीय दूतावास काफी सतर्क हो गए जब उनको पता चला की चीन में लगभग 647 भारतीय छात्र फंसे थे और दिन रात सरकार इस विचार विमर्श में लग गयी की अब इनको वापस कैसे लाया जाय। इनको वापस बुलवाने के लिए चीन सरकार से तीन बार परमिशन ली गई। यह जानकारी भारतीय दूतावास विक्रम मिस्री ने सोमवार को दी जिसमे उन्होंने कहा की यह बहुत कठिन समय था क्यूंकि हमको खुद भी उस वायरस से बचना है और सही सलामत भारतीयों को वापस लाना है जो चीन में फंसे है। उन्होंने आगे बताया की हमारे पास तबसे 100 से ज्यादा फ़ोन आने लग गए थे। इस पर हमने कार्यवाही करते हुए चीन के हुबेई से भारत के विद्यार्थियों को वापस लाने में कामयाब हुए है। जब की पडोसी देश पकिस्तान के विद्यार्थी अभी वहीँ फंसे है।