कोरोना महामारी से देश में 10 करोड़ लोगों की नौकरियों को ख़तरा

डेस्क : कोरोना महामारी पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है। इधर भारत में भी अर्थव्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की माने तो इस लॉकडाउन से करीब 10 करोड़ नौकरियों पर गाज गिर सकती है। बता दें कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश में लागू लॉकडाउन अपने अतिंम चरण में है। पीएम मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन का ऐलान किया था। लेकिन 20 अप्रैल से ही छूट दी जाने लगी थी।

आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि लॉकडाउन से निकलना बेहद जोखिम भरा काम है। और इससे निकलने के लिए पूरी सावधानी बरतनी होगी। उन्होनें कहा है कि कोरोना संकट के कारण देश में 10 करोड़ नौकरियाँ खत्म होने की आशंका है। गरीबों की मदद के लिए सरकार को तकरीबन 65 हजार करोड़ रूपए की जरूरत पड़ेगी । हर दिन 20 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस का टेस्ट करना होगा। साथ ही उन्होनें कहा कि अब वह दौर आ चुका है कि सरकार अपनी प्राथमिकताएँ तय करें। हमारे पास सीमित संसाधन है और वित्तीय संसाधन पश्चिमी देशों के मुकाबले बेहद कम है। ऐसे में अब यह निर्णय लेना होगा कि हम वायरस की लड़ाई और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की जंग साथ-साथ लड़े। गौरतलब है कि, कल राहुल गांधी ने आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का इंटरव्यू लिया था। उसी दौरान रघुराम राजन ने उक्त बातें कही है।