कांग्रेस नेता ललन कुमार ने कहा बिहार में सुशासन की सरकार है या बैल कि पता नहीं ..!

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : बिहार में उठा सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानगंज विधानसभा के महागठबंध समर्थित पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी ललन कुमार ने सीएम नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है या बैल की सरकार है यह समझ में ही नहीं आ रहा है। दरअसल बीते दिन वीआईपी सुप्रीमो सह बिहार सरकार के मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी एक सरकारी कार्यक्रम में जा पहुंचे ।

उक्त सरकारी कार्यक्रम में मत्स्य व्यवसायी को अनुदानित गाड़ी प्रदान किया जाना था । जहां मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी को उस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर पहुंचना था । लेकिन किसी कारणों से मुकेश सहनी उस कार्यक्रम में ना पहुंचकर अपने भाई संतोष सहनी को बतौर अतिथि शिरकत करने के लिए भेज दिया । फिर क्या था वहां के अधिकारी ने मंत्री जी की तरह मंत्री जी के भाई का भी जमकर आवभगत किया। जैसे ही यह बात मीडिया में आया । उसके बाद विपक्ष के नेताओं ने सदन में बिहार सरकार को घेरते हुए जमकर विरोध किया एवं मुकेश सहनी की बर्खास्तगी की मांग भी उठा दी थी ।

इसके बाद सीएम नीतीश कुमार भी सदन में बोलने पर मजबूर हो गए । बिहार के सीएम नीतीश कुमार को इस मामले पर इस मामले पर सदन में सफाई देनी पड़ गयी थी ।अंदर खाने से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार ने उसके बाद मुकेश सहनी को जमकर फटकार भी लगाई । मीडिया के सामने मुकेश सहनी को इस मामले में माफी तक मांगी पड़ गई। वहीं अब बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने एक तीर से दो निशाना साधते हुए मुकेश सहनी और नीतीश कुमार पर एक साथ हमला बोल दिया ।

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि क्या हो रहा है यह बिहार में ….. ? सरकार है या बैल जिसे जो चाहे जैसे चाहे हांक रहा है गजबे है मंत्री की जगह मंत्री के भाई कर रहे हैं उद्घाटन . उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक फोटो भी लगाया है जिसमें नीतीश कुमार की तस्वीर और मुकेश सहनी के भाई के द्वारा उक्त कार्यक्रम में शामिल होने की तस्वीर को एक साथ मिलाकर एक बैनर बनाया गया है। हालांकि अभी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि सहनी जी के कारनामे से नीतीश कुमार तो पहले ही बैकफुट पर आ चुके है ।